कार्यालय में धूल फांक रहा आवेदन, अनुदान के लिए लाभुक काट रहे चक्कर

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार ने हर घर में शौचालय बनवाने का अभियान चलाया। इसके लिए जिला से प्रखंड और पंचायत स्तर तक के अधिकारी लगातार रूप से काम किए और सफलताएं भी मिली। घर-घर शौचालय निर्माण अभियान के तहत शौचालय बनाने पर 12 हजार अनुदान निर्धारित है। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ भी मिला लेकिन वैसे लोग जो विलंब से शौचालय बनाने का काम किया उसका आवेदन अभी तक प्रखंड कार्यालय में धूल फांक रहा है। प्रखंड कार्यालय में इस तरह के आवेदनों की संख्या 800 से अधिक बताई जा रही है। जानकारी अनुसार जिन जिन लोगों का आवेदन प्रखंड कार्यालय में पड़ा है उन्होंने अपना-अपना शौचालय बनवाने के बाद आवेदन किया था। जो लोग शौचालय निर्माण करने से पहले ही अपना आवेदन प्रखंड कार्यालय में जमा कर दिए थे उसे सूचीबद्ध कर लिया गया था और शौचालय निर्माण होने के बाद उसको राशि भी मिल गई। लेकिन निर्धारित समय के अंदर आवेदन जमा नहीं करने वाले लाभुकों को अनुदान राशि नहीं मिल पा रही है और वह लोग बार-बार प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। विलंब से आवेदन करने वाले लोगों में प्रखंड के लगभग सभी पंचायत के लोग हैं।


स्वच्छता अभियान के प्रखंड समन्वयक सीताराम ठाकुर का कहना है विलंब से आए आवेदन को कार्यालय में रख दिया गया है। जिला से उसे ऑनलाइन करने की स्वीकृति नहीं मिल रही है जिस कारण रिपोर्टिंग नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि जब तक जिला से आदेश नहीं प्राप्त होता तब तक शेष बचे लोगों को राशि दिलाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकती है।
यहां यह बता दें कि शौचालय निर्माण से संबंधित कार्यों के संपादन के लिए प्रखंड कार्यालय परिसर में ओडीएफ कार्यालय खुला है। उसमें प्रखंड समन्वयक तथा आधे दर्जन कर्मी कार्य करते हैं। लोग खुले में शौच ना जाए और जो लोग ऐसा करते हैं उसे शौचालय के उपयोग के प्रति प्रेरित करने के लिए भी एक साधन सेवी की तैनाती प्रखंड में है।
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