औरंगाबाद जिले के 231 व्यापारियों का जीएसटी निबंधन रद

औरंगाबाद। जीएसटी को लेकर विभागीय अधिकारी काफी सख्त हैं। जीएसटी नहीं देने वाले जिले के 231 व्यापारियों का निबंधन रद कर दिया गया है। जिन कारोबारियों का निबंधन रद हुआ है, वे पिछले छह माह से टैक्स जमा नहीं कर रहे थे। टैक्स जमा करने के लिए वाणिज्यकर विभाग की ओर से नोटिस भेजी गई थी, फिर भी जमा नहीं किया गया। टैक्स जमा नहीं करने पर निबंधन रद्द करने की कार्रवाई की गई।

राज्य कर संयुक्त आयुक्त सुनील कुमार ने बताया की जीएसटी को लेकर सरकार काफी गंभीर है। औरंगाबाद में वर्तमान में करीब 7000 जीएसटी निबंधन वाले कारोबारी हैं। छह माह से अधिक समय से टैक्स नहीं देने वाले कारोबारियों को चिह्नित करते हुए पहले नोटिस भेजी जाती है।
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नोटिस के बाद भी जब टैक्स जमा नहीं किया जाता है, तब निबंधन रद करने की कार्रवाई की जाती है। संयुक्त आयुक्त ने बताया की जिले के 162 वैसे ठेकेदारों को चिन्हित किया गया जो जीएसटी नहीं दे रहे हैं। टॉप चार डिफॉल्टर कारोबारियों में 13 माह से टैक्स जमा नहीं करने वाले जय मां लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन, 9 माह से जमा नहीं करने वाले विकास कुमार एवं राजेश एसके एवं 5 माह से टैक्स जमा नहीं करने वाले तिवारी एंड संस कंस्ट्रक्शन शामिल हैं। अबतक करीब 65 करोड़ वसूले गए टैक्स
जिला वाणिज्यकर कार्यालय के द्वारा इस वित्तीय वर्ष में अबतक करीब 65 करोड़ जीएसटी व वैट का टैक्स वसूला गया है। सरकार ने लक्ष्य 151 करोड़ दिया है। संयुक्त आयुक्त ने बताया की लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा। अभी मार्च माह तक का समय है और नबीनगर में बन रही बिजली परियोजना के द्वारा टैक्स का भुगतान नहीं किया गया है। हालांकि बताया की बिजली उत्पादन पर टैक्स नहीं लगाता है पर परियोजना के द्वारा जो सामग्री मंगाई जाती है उसका टैक्स देना होता है। टैक्स वसूली को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।
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