राज कपूर भारतीय सिनेमा के जाने-माने अभिनेता है. पेशावर में जन्मे राज कपूर दसवीं की परीक्षा में फेल हो गए थे. तब उन्होंने अपने पिता से कहा था कि मैं पढ़ना नहीं चाहता, बल्कि फिल्मों में काम करना चाहता हूं. अपने बेटे की यह बात सुनकर राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर काफी खुश हुए थे. राज कपूर ने 1935 में बतौर बाल कलाकार 'इंकलाब' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की. राज कपूर 1947 में रिलीज हुई फिल्म 'नीलकमल' में बतौर हीरो नजर आए.
हीरो बनने से पहले राज कपूर को पिता पृथ्वीराज कपूर ने केदार शर्मा की यूनिट में क्लैपर बॉय के रूप में काम करने की सलाह दी. फिल्म की शूटिंग के दौरान अक्सर राज कपूर आईने के पास चले जाते थे और अपने बालों को में कंघी करने लगते थे. राज कपूर क्लैप देते समय कोशिश करते थे कि किसी तरह उनका चेहरा कैमरे के सामने आ जाए.
एक बार फिल्म विषकन्या की शूटिंग के दौरान राज कपूर का चेहरा कैमरे के सामने आ गया. हड़बडाहट में अभिनेता की दाढी क्लैप बोर्ड में उलझकर निकल गई. ऐसा बताया जाता है कि उस समय केदार शर्मा ने राज कपूर को अपने पास बुलाया और एक जोर का थप्पड़ लगाया. हालांकि केदार शर्मा को इस बात का रात भर अफसोस होता रहा. अगले दिन उन्होंने अपनी नई फिल्म नीलकमल के लिए राज कपूर को साइन कर लिया.