ऑस्ट्रेलियाई कोच ने भारतीय खिलाड़ियों के चोटिल होने का ठीकरा IPL के कार्यक्रम पर फोड़ा

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही चार मुकाबलों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच 15 जनवरी से ब्रिसबेन में खेला जाएगा। इस टेस्ट से पहले ही टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ी चोटिल हो गए हैं, जिसके चलते वह निर्णायक मैच से बाहर हो गए। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने आईपीएल 13 की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं।

कोविड-19 महामारी के कारण आईपीएल का 13वां सीजन 2020 में सितंबर-नवंबर में यूएई में खेला गया था। आमतौर पर यह टूर्नामेंट अप्रैल-मई में भारत में खेला जाना था। इंडियन प्रीमियर लीग के बाद से भारत के कई क्रिकेटर्स चोटिल हैं, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी भी फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं।
जस्टिन लैंगर ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''यह वास्तव में दिलचस्प है कि इस पूरे समर सीजन में कितनी चोटें आई हैं। मेरा मानना है कि आईपीएल 2020 की टाइमिंग सही नहीं थी। खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया और भारत जैसी बड़ी सीरीज से पहले तो बिलकुल भी।''
भारतीय टीम के चोटिल खिलाड़ियों की सूची में अब ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का नाम जुड़ गया है। मेजबान टीम के खिलाफ चौथे टेस्ट में यह दोनों नहीं खेलेंगे।
लैंगर ने आईपीएल की तारीफ करते हुए कहा, ''मुझे आईपीएल पसंद है। मैं यह टूर्नामेंट वैसे ही देखता हूं, जैसे मैं अपने युवा खिलाड़ियों को काउंटी क्रिकेट खेलता हुआ देखता हूं। वह काउंटी क्रिकेट खेलते हैं और इससे उनके क्रिकेट खेल में विकास होता है। ऐसे ही आईपीएल के साथ भी है, जो क्रिकेटर्स के सफेद गेंद खेल में मदद करता है।'' उन्होंने आगे कहा, ''लेकिन इस बार इसका समय सही नहीं था। मुझे लगता है कि हम इस पूरे समर सीजन में दोनों टीमों के लिए जो चोट देख रहे हैं, उस पर इसका प्रभाव पड़ा है।"
पाकिस्तान के पूर्व पेसर मोहम्मद आमिर पिछले कई दिनों से सुर्खियों में छाए हुए हैं। साल 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में आमिर स्पॉट फिक्सिंग के मामले में दोषी पाए गए थे। उनके अलावा पूर्व कप्तान सलमान बट और पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ भी दोषी थे।
पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सबको हैरान कर दिया था। बाएं हाथ के पेसर ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान प्रबंधन द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, इसलिए वह क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं। अब पाकिस्तान टीम के कप्तान और बेहतरीन बल्लेबाज बाबर आजम ने इस पर अपनी बात रखते हुए कहा कि आमिर को इसलिए मौका नहीं दिया गया, क्योंकि उनका प्रदर्शन खराब था।
बाबर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''मोहम्मद आमिर को टीम में इसलिए शामिल नहीं किया गया था, क्योंकि उनका प्रदर्शन बेहतर नहीं था। अगर वह अपनी फॉर्म वापस हासिल करते और बेहतरीन प्रदर्शन करते तो निश्चित रूप से चयनकर्ता उनकी वापसी पर सोचते और उससे बात भी करते।''
मोहम्मद आमिर ने पिछले दो सालों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया था। आमिर ने 2019 में 7 अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच खेलते हुए 8 के इकॉनमी रेट से केवल 7 विकेट लिए थे। वहीं, 2020 में उन्होंने टी-20 में एक भी विकेट नहीं ले पाए और 9.36 के इकॉनमी रेट से रन दिए थे।
आमिर ने अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में 61 मुकाबलों में 81 विकेट अपने नाम किए, जबकि 50 टी-20 मैच खेलते हुए 59 विकेट लिए हैं। पाकिस्तान की तरफ से ऐसे कुछ क्रिकेटर्स रहे हैं, जिन्होंने अपने संन्यास के फैसले को बदलकर खेल में वापसी की थी। इस सूची में पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का नाम भी शामिल है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 28 साल के आमिर क्या अपने संन्यास के फैसले को बदलते हैं, क्योंकि अगले साल टी-20 विश्व कप आ रहा है।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा माता-पिता बन गए हैं। अनुष्का ने 11 जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्प्ताल में बच्ची को जन्म दिया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मुकाबला खेलने के बाद कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट आए थे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे मैच के ड्रॉ होने के तुरंत बाद, विराट ने सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस के साथ यह खुशखबरी साझा की।
इस खबर के सामने आने के बाद से ही विराट और अनुष्का को फैंस से लेकर सेलेब्स ने बधाई देना शुरू कर दी। बॉलीवुड हंगामा की एक रिपोर्ट के अनुसार, कपल ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सख्त प्रतिबंध लगवा दिया है, जहां पर उनकी बेटी का जन्म हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, विरुष्का किसी भी उपहार को स्वीकार नहीं कर रहे हैं और यहां तक कि करीबी रिश्तेदारों का प्रवेश न होने पाए. इसके लिए भी अस्पताल को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इसके अलावा आस-पास के कमरों में आने वाले लोगों को भी नए मेहमान को देखने की अनुमति नहीं दी गई है।
विराट कोहली ने अपनी बेटी के जन्म की खुशखबरी बताने के लिए ट्वीट में लिखा था, ''हम दोनों को यह बात बताते हुए खुशी हो रही है कि आज दोपहर हमारे यहां बेटी हुई है। हम आपके प्यार और मंगलकामनाओं के लिए दिल से आभारी हैं। अनुष्का और बच्ची, दोनों बिल्कुल ठीक हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें इस जिंदगी का यह चैप्टर अनुभव करने को मिला। हमें उम्मीद है कि आप इस समय हमारी निजता का सम्मान करेंगे।''
विराट कोहली द्वारा इस खबर को पोस्ट करने के तुरंत बाद, कई वर्तमान और पूर्व खिलाड़ियों ने कपल को बधाईयां देनी शुरू कर दी थीं। हार्दिक पांड्या, सुरेश रैना, युजवेंद्र चहल, डेविड वॉर्नर आदि सबने दोनों को बधाई दी।
क्रिकेट के खेल से रेसिस्म का हमेशा से ही नाता रहा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समपन्न सिडनी टेस्ट के दौरान भी ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला, जहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में फैंस ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की थी. वहीं, पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बताया है कि किन दो देशों में खिलाड़ियों के साथ सबसे ज्यादा नस्लीय दुर्व्यवहार देखने को मिलता है. गंभीर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में सबसे ज्यादा नस्लीय टिप्पणियां होती हैं.
उन्होंने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह ऐसी चीज है, जो किसी भी खेल में बिल्कुल स्वीकार्य नहीं हैं. सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि किसी भी खेल में और मेरा मानना है कि इसके खिलाफ सख्त कानून बनाने की जरूरत है, जब यह किसी खिलाड़ी के साथ होता है तो केवल वही इसे महसूस करता है. ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका, जैसे देशों में खिलाड़ियों पर ज्यादा नस्लीय टिप्पणियां होती हैं और यह अस्वीकार्य है."
बता दें कि सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ दो बार नस्लीय टिप्पणी की गई थी, जहां फैंस ने शनिवार को मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को आपत्तिजनक शब्द कहे थे. वहीं, रविवार को कुछ फैंस ने सिराज के खिलाफ फिर से टिप्पणी की है. हालांकि, उन दर्शकों को उसी समय बाहर निकाल दिया गया था.
भारत और ऑस्टेलिया के बीच खेले गए सिडनी टेस्ट के पांचवें दिन कुछ ऐसे विवाद सामने आए, जिसके बाद यह चर्चा का विषय बन गया। इस मुकाबले में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पर कथित रूप से नस्लीय टिप्पणी की गई थी और उन्होंने तुरंत अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी। इस पर कई क्रिकेटर्स ने गुस्सा जाहिर किया था। अब ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज स्पिनर नाथन ल्योन ने भी इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए ल्योन ने कहा, ''किसी भी नस्लीय (स्लेज) या किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार के लिए कोई जगह नहीं है। लोगों को लगता है कि वह मजाकिया लग रहे हैं, लेकिन यह लोगों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकता है। क्रिकेट मेरे और सभी के लिए खेल है और इसके लिए कोई जगह नहीं है।''
ल्योन ने आगे कहा, ''मैं ईमानदारी से कहूं तो यह बहुत बुरा है। हां, मैंने भी इसका सामना किया हुआ है। चाहे इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका हो, हर जगह ऐसा दुर्व्यवहार होता है, लेकिन मैं कहता हूं कि इसके लिए कोई जगह नहीं है। एक खिलाड़ी के रूप में आपको इसका विरोध जरूर करना चाहिए।''
ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर ने कहा कि खेल में इस तरह के दुर्व्यवहार की कोई जगह नहीं है। स्टेडियम में आने वाले लोगों के लिए खेल का आनंद लेना ही एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए और कुछ नहीं।

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