IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के 'गढ़' में टीम इंडिया ने लहराया तिरंगा, सीरीज जीतकर रचा इतिहास

ब्रिस्बेन में इतिहास बन चुका है. टीम इंडिया की जीत की पताका फहर चुकी है. ऑस्ट्रेलिया का वर्चस्व खत्म हो गया है. 32 साल बाद उसका गढ़ लुट चुका है. 1988 में जो वेस्टइंडीज ने आखिरी बार किया था, 2021 में उस कमाल को भारत ने दोहराया है. इस बीच 7 टीमों ने 31 बार ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन में हराने की कोशिश की. 3 कोशिश भारत की तरफ से भी हुई. लेकिन सब नाकाम. हर बार उसका किला अभेद रहा. लेकिन, कहते हैं न इंतजार का फल मीठा होता है. 1988 के बाद ब्रिस्बेन में ओवरऑल 32वें और अपने चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराने में भारत को सफलता मिली.

भारत की इस सफलता का श्रेय रहाणे के रणबांकुरों को जाता है. टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ को जाता है, जिसने अपने ऊपर जताए मैनेजमेंट के भरोसे पर सौ टका खरा उतरकर दिखाया है. ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के अजेय रिकॉर्ड को देखते हुए हर कोई भारत के पलड़े को कम आंक रहा था. इसके पीछे एक बड़ी वजह भारतीय खेमें में सीनियर खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी भी थी. ब्रिस्बेन में टीम इंडिया गेंदबाजों की नई फौज लेकर उतरी थी. सबके मन में उसके खरे उतरने को लेकर सवाल था. सवाल इस बात को लेकर भी था कि ये बॉलिंग लाइनअप ऑस्ट्रेलिया की अनुभवी बल्लेबाजों की टोली का मुकाबला कैसे करेगी. कैसे 20 विकेट चटकाएगी. लेकिन सिराज, सैनी, ठाकुर, नटराजन और सुंदर ने मिलकर ऐसा मेला लूटा कि सभी का इनको लेकर जो भी भ्रम था वो टूट गया.

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