दिल्ली हिंसाः रोहतक के एक गांव से 6 लोग गिरफ्तार, परिजनों ने लगाई रिहाई की गुहार

तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन लगातार जारी है. पिछले महीने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा और हंगामे के बाद कई किसान लापता बताए जा रहे हैं. किसान नेताओं का आरोप है कि रैली में शामिल होने आए बड़ी संख्या में किसान वापस नहीं आए हैं. रोहतक के अकेले एक गांव से 6 किसान गिरफ्तार किए गए हैं.

गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के बाद किसान संगठनों की ओर से कहा जा रहा है कि बड़ी संख्या में किसान गायब हैं और जो किसान ट्रैक्टर परेड में गए थे उनमें कई वापस नहीं आए. यही नहीं संगठनों का दावा है कि दिल्ली पुलिस उनके बारे में जानकारी नहीं दे रही है. दिल्ली हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने रोहतक के 11 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक गांव के 6 लोग शामिल हैं.
गांव के एक पुलिसकर्मी ने दी जानकारी
हरियाणा के रोहतक जिले के गांव रिठाल से 6 किसान लापता बताए जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस द्वारा इन्हें गिरफ्तार किया गया है. उनमें से गांव रिठाल का जगबीर नरवाल भी है जिसे 26 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन घर वालों को उनकी गिरफ्तारी की खबर गांव के ही एक पुलिसकर्मी ने दी जो दिल्ली पुलिस में कार्यरत है. उसने बताया कि गांव के 6 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
इस जानकारी के बाद गांव में मायूसी छाई हुई है. दिल्ली पुलिस द्वारा रोहतक जिले से 11 किसानों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अकेले गांव रिठाल से 6 किसान शामिल हैं.
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पौध लेने गए थे किसान
गिरफ्तार लोगों के परिजनों ने उनकी गिरफ्तारी को गलत बताया है. सभी के परिजनों का कहना है कि वे किसान ट्रैक्टर परेड में शामिल होने नहीं गए थे. उनके पास तो ट्रैक्टर भी नहीं है. सभी दिल्ली प्याज की खेती के लिए उसकी पौध लेने गए थे.
गांव रिठाल से अजमेर नरवाल, जगबीर नरवाल, सतपाल नरवाल, राजीव नरवाल और अशोक हैं जबकि धर्मपाल दिल्ली के ढाढसा का रहने वाला है और वह कई सालों से अपनी बहन के यहां रह रहा था. वही अपनी ईको गाड़ी में ले गया था.
गिरफ्तार लोगों के परिजनों ने दिल्ली पुलिस की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने बताया कि गांव रिठाल के ही 6 लोग 26 जनवरी को प्याज की पौध लेने के लिए गए थे. वे ट्रेक्टर परेड में शामिल भी नहीं हुए थे. उनके पास ट्रैक्टर भी नहीं है वे धर्मपाल की ईको गाड़ी में गए थे. उनका कहना है कि गिरफ्तारी से उन्हें बहुत परेशानी हो रही है. सभी किसान छोटे स्तर के किसान हैं जो खेतीबाड़ी का काम करते हैं.
अजमेर, जगबीर और राजीव अपने घर में अकेले कमाने वाले हैं और इनकी गिरफ्तारी से उनके परिजन काफी परेशान हैं. जगबीर के घर में कमाने वाला कोई नहीं है. 3 साल पहले उसके बेटे की मौत हो चुकी है. घर में दो बेटियां हैं जबकि पत्नी मंदबुद्धि है. उसे गलत आरोप में गिरफ्तार किया गया है और हमारी मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए. (इनपुट-सुरेंद्र सिंह)

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