नवरीत के परिवार से मिलीं प्रियंका, बोलीं- मैं और मेरी पार्टी आपके साथ, व्यर्थ नहीं जाएगा बेटे का बलिदान

26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली में किसान की मौत

नवरीत के परिवार से मिलीं प्रियंका, बोलीं- मैं और मेरी पार्टी आपके साथ, व्यर्थ नहीं जाएगा बेटे का बलिदान
परिवार से मिलकर व्यक्त करेंगी शोक संवेदना
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली (Tractor rally) के दौरान मारे गए किसान के परिजनों को सांत्वना देने रामपुर पहुंची। इस दौरान उन्होंने परिवार से कहा कि आप चिंता ने करें, मैं और मेरी पार्टी आपके साथ है। आपके बेटे का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
प्रियंका गांधी सुबह अपनी कार से दिल्ली से रामपुर के लिए रवाना हुईं। वहीं, प्रियंका गांधी के काफिले में चल रही कारें हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में नेशनल हाईवे-9 फ्लाईओवर पर हादसे का शिकार हो गई। अचानक ब्रेक लगने से दो से तीन गाड़ियां आपस में टकरा गईं। हालांकि प्रियंका गांधी की कार को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। बताया जा रहा है कि कार कार्यकर्ताओं की थी। इस दौरान नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लग गया।
बता दें कि पिछले महीने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान नवरीत का ट्रैक्टर एक पुलिस बैरिकेड से टकरा गया था और उस हादसे में उसकी जान चली गई थी। इस हादसे के बाद दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो फुटेज भी जारी किया था। जिसमें यह देखा गया था कि आईटीओ के पास पुलिस बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश में तेज रफ्तार से आ रहा एक ट्रैक्टर पलट जाता है और कुछ लोगों के ऊपर गिर जाता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि इस दुर्घटना के कारण ही उसकी मौत हुई थी।
यह घटना 26 जनवरी को उस समय घटित हुई, जब ट्रैक्टरों पर सवार सैकड़ों किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ने के बाद नई दिल्ली के आईटीओ क्षेत्र में खूब उत्पात मचाया था। उग्र हो चुके किसानों को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू-गैस के गोले भी दागे। पुलिस उन्हें मध्य दिल्ली में इंडिया गेट और राजपथ की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रही थी।
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इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़पें भी देखी गईं, क्योंकि किसानों के एक समूह ने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ने की कोशिश की।

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