नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को निजीकरण, रूपेश हत्याकांड के खुलासे सहित कई बातों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। इसे लेकर उन्होंने सिलसिलेवार कई ट्वीट किए। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार नवरुणा हत्याकांड की तरह रूपेश हत्याकांड की भी लीपापोती करना चाहती है। सवाल उठाया कि आखिर किसे बचाने की कोशिश की जा रही है।
तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया और कहा कि लोकतंत्र की जननी बिहार के नागरिकों को आलोचना करने, लिखने से धमकाया जा रहा है। छात्रों-युवाओं को धरना-प्रदर्शन करने पर नौकरी से वंचित कर रहे हैं। कहा कि ऐसे काम ही क्यों किए जा रहे हैं कि लोकतंत्र में असहमति से डर लगे। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने केंद्र सरकार के निजीकरण के फैसले पर कहा कि निजीकरण के पीछे सरकार का मकसद है अति पूंजीवाद को बढ़ाना और सामाजिक न्याय मिटाना। तेजस्वी ने कहा कि सभी सरकारी संस्थानों को बेचकर सरकारी नौकरियां भी ये प्राइवेट कर देंगे तथा निजी क्षेत्र में आरक्षण भी लागू नहीं करेंगे।