वापसी के बाद परिवार में दरार ला रहा PUBG का कोरियन रूप, जानें गेम से कैसे बढ़ सकती है हिंसा

जागरण संवाददाता, पटना : हिंसा और मानसिक विकार को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले भले पबजी गेम पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन पबजी ने फिर से कोरियन रूप में प्ले स्टोर पर वापसी कर ली है। नए रूप में आया पबजी गेम ज्यादा संवेदनशील बताया जा रहा है। इससे हिंसा के नए आयाम का जन्म होने की आशंका जताई जा रही है।

कोरियन पबजी का बढ़ा क्रेज, नए ऐप में अधिक फीचर
पिछले दिनों पबजी गेम खेलते हुए कई आपराधिक घटनाएं घटने के बाद केंद्र सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था। लेकिन इसे खेलने वाले लोगों की संख्या अधिक बढ़ती देख और मांग को देखते हुए पबजी गेम फिर वापस हो गया है। इसका नया स्वरूप प्ले स्टोर पर मौजूद है। पबजी खेलने वाले लोग बताते हैं, यह पुराने वाले ऐप से थोड़ा अधिक मनोरंजक है। इसमें गेम के स्टेज भी अधिक हैं और एक साथ कई लोग इसमें जुड़ भी सकते हैं, लेकिन इस नए खेल से हिंसा का स्तर तेजी से बढ़ गया है। नया पबजी खेलने वाले एक युवा ने बताया, पुराने गेम में जहां गोलियों व बमों की संख्या कम थी, वहीं नए वाले ऐप में संख्या असीमित है। नक्शे को भी बहुत अच्छे से बनाया गया है, जिससे खेलने का मजा दोगुना हो जाता है।
पबजी गेम से पैदा हो रही थी घर-परिवार में दरार
पबजी गेम परिवारों के बीच दरार भी पैदा कर रहा था। कुछ महीने पहले महिला हेल्पलाइन में एक मामला आया था, जिसमें पबजी गेम के कारण एक पति अपनी पत्नी को छोड़ने को तैयार हो गया था। लोगों के बहुत समझाने और काउंसिलिंग के बाद पता चला था कि गेम में जब भी वह हारता था तो अपना गुस्सा घरवालों पर उतारता था। अगर गेम उसके मन-मुताबिक नहीं होता था तो वह घर में मारपीट करने लगता था। हेल्पलाइन की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रमिला ने बताया, शिकायतकर्ता को पबजी से इतना प्यार था कि वह घर से अलग होने के लिए भी तैयार हो गया था। ऐसे ही प्रकरण महिला थाना और महिला आयोग में भी आ रहे थे।
मानसिक रूप से असर डालता है ऐसा गेम
मनोवैज्ञानिक बिंदा सिंह के अनुसार, पबजी या इससे जुड़े गेम में मारपीट व ङ्क्षहसा ज्यादा होती है। ऐसे गेम लोगों को मानसिक रूप से परेशान करते हैं। कुछ लोग गेम खेलने में इतने ज्यादा लीन हो जाते हैं कि उन्हें रियल और रील लाइफ में अंतर ही समझ नहीं आता। वहीं, मनोचिकित्सक मनोज कुमार के अनुसार, उनके पास ङ्क्षहसा से जुड़े कई मामले आ रहे हैं, जिसमें गेम और टीवी सीरियल मुख्य कारण बनकर सामने आ रहा है। वह बताते हैं, पबजी या अन्य खेल से जुड़े मामलों में बच्चों की संख्या अधिक होती है।

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