कोविड-19 रोग से उबरने के बाद कई मामलों में पुन:संक्रमण का जोखिम: अध्ययन

नयी दिल्ली, पांच फरवरी नोवेल कोरोना वायरस से पीड़ित रह चुके कुछ लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाने के बाद उनके कोरोना वायरस से फिर से संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। चिकित्सकों ने ऐसे ही एक मामले के हवाले से यह कहा।

'बीएमजी केस रिपोर्ट्स'' में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि सार्स-सीओवी-2 वायरस से पहली बार पीड़ित होने वाले लोगों में जब एंटीबॉडी का स्तर घट जाता है तो उनके पुन: संक्रमण की चपेट में आने का जोखिम बढ़ जाता है। इसमें कहा गया कि पहली बार बहुत गंभीर संक्रमण रहा हो तो दूसरी बार इसके लक्षण मामूली होते हैं।
अमेरिका में येल यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के अध्ययनकर्ताओं ने इसे समझाने के लिए 40 वर्षीय व्यक्ति के मामले का हवाला दिया जिसे चार महीने पहले कोरोना वायरस के मामूली संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले, अप्रैल 2020 में वह गंभीर संक्रमण से ग्रसित रह चुका था। वह व्यक्ति मधुमेह, थायरॉइड की परेशानी और मोटापे से पीड़ित था जो गंभीर कोविड-19 रोग के लिहाज से जोखिम के कारक माने जाते हैं।
अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि व्यक्ति कोविड-19 के कारण अप्रैल में गंभीर रूप से बीमार हुआ था। इसके बाद तीन महीने तक उसकी चार जांचें हुईं जिनमें वह संक्रमणमुक्त पाया गया लेकिन अगस्त 2020 में उसे फिर से संक्रमण ने जकड़ लिया।
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि इस बार उसे संक्रमण के मामूली लक्षण इसलिए थे क्योंकि पहले संक्रमण से उबरने के बाद इस रोग का मुकाबला करने के लिए कुछ रोग प्रतिरोधी क्षमता उसके शरीर में बची हुई थी।
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