पानीपत के एसपी को थैंक्‍स बाेलने जा रहा था शराब माफिया, इसी बीच बिहार पुलिस ने किया गिरफ्तार

पटना, राज्य ब्यूरो। Wine Smuggling in Bihar: बिहार पुलिस (Bihar Police) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हरियाणा (Hariyana) से बिहार में 100 करोड़ की शराब सप्लाई करने वाले अजीत सिंह उर्फ जीता (Ajeet Kumar Singh alisa Jeeta alias Khalila) को पानीपत (Panipat) से गिरफ्तार किया है। मद्य निषेध इकाई और गोपालगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे पकड़ा। तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर गुरुवार की दोपहर फ्लाइट से उसे पटना लाया गया। वह हरियाणा के पानीपत के गांव खलीला प्रह्लïादपुर का निवासी है।

हरियाणा का बड़ा शराब ठेकेदार है अजीत
बताया जा रहा है कि अजीत पर कुछ ही दिनों पहले पानीपत के एक गैंगस्‍टर ने हमला करवाया था। इस मामले में पानीपत पुलिस की जांच से अजीत काफी खुश था। वह इसके लिए खास तौर पर पानीपत के एसपी से मिलकर उन्‍हें धन्‍यवाद कहने जा रहा था। इसी बीच बिहार पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि अजीत पानीपत का बड़ा शराब ठेकेदार है।
अक्‍टूबर में पकड़े गए शराब तस्‍करी के मामले में आया था नाम
आइजी मद्य निषेध अमृतराज ने बताया कि अक्टूबर, 2020 में गोपालगंज के कुचायकोट में हरियाणा से भेजी गई एक ट्रक अवैध शराब की खेप पकड़ी गई थी। इसमें हरियाणा के शराब सप्लायर अजीत सिंह का नाम आया था। इसके बाद से ही विशेष टीम इस मामले की जांच कर रही थी। करीब एक माह पहले पुलिस ने उसके साथी भूपेंद्र भूपी को भी पकड़ा था। उसने अजीत को मुख्य सप्लायर बताया जिसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम उसके खिलाफ वारंट लेकर 31 जनवरी को हरियाणा गई थी।
शराब तस्‍करी के बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा
अभी तक बिहार पुलिस स्थानीय स्तर पर ही शराब के अवैध कारोबार से जुड़े अपराधियों और शराब सप्लायर को गिरफ्तार करती रही है। यह पहली बार है जब बिहार के बाहर से शराब भेजने वाले किसी बड़े शराब कारोबारी को गिरफ्तार किया है। इससे बिहार में शराब की अवैध बिक्री में कमी आने का अनुमान है। इसके अलावा बड़े स्तर पर शराब के नेटवर्क का भी खुलासा हो सकता है। यह गिरफ्तारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बिहार में सबसे अधिक हरियाणा की शराब की ही अवैध बिक्री होती है।
रैकेट में शामिल हैं बिहार के पूर्व नक्सली
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शराब सप्लायर अजीत सिंह हरियाणा का मुख्य शराब कारोबारी है। वह पिछले 15 सालों से अजीत एंड कंपनी के नाम से शराब का कारोबार कर रहा है। पानीपत में उसकी आठ शराब की दुकानें भी हैं। इन्हीं दुकानों के लाइसेंस पर शराब लेकर वह अवैध रूप से बिहार में भेजा करता था। इस रैकेट में पूर्व नक्सली मुन्ना, सुरेश कुमार सहनी और भूपी उर्फ भूपेंद्र आदि के नाम भी सामने आए हैं। कुछ तस्करों को पहले ही पकड़ा जा चुका है। सुरेश सहनी को मुजफ्फरपुर के मीनापुर से जबकि भूपेंद्र उर्फ भूपी को सोनीपत के गोहाना से पकड़ा गया।
अब तक 100 करोड़ की शराब खपा चुका बिहार में
हरियाणा के पानीपत से पकड़े गए शराब के बड़े सप्लायर अजीत सिंह ने पूछताछ में कई राज उगले हैं। सूत्रों के अनुसार, पिछले दो-ढाई सालों में उसने करीब 100 करोड़ की अवैध शराब बिहार में खपाई है। वह हर माह 15-20 ट्रक शराब बिहार के विभिन्न जिलों में भेजता था। एक ट्रक में 500 पेटी शराब आती है, जिसकी औसत कीमत 20-25 लाख रुपये आंकी जाती है। ऐसे में वह हर माह चार से पांच करोड़ की शराब बिहार भेजता था। इस तरह एक साल में औसत 50-60 करोड़ की शराब हरियाणा से अवैध रूप से बिहार लाई जा रही थी।

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