Farmers Protest LIVE: राकेश टिकैत का ऐलान, कहा- कल यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली को छोड़ पूरे देश में होगा चक्काजाम

कमल नाथ की शिवराज से कृषि कानून और किसान आंदोलन पर चर्चा

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज चौहान से उनके निवास पर सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान केंद्र सरकार के कृषि कानून और किसान आंदोलन पर चर्चा हुई। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि, "मुख्यमंत्री चौहान से सौजन्य मुलाकात के दौरान कमल नाथ ने किसान आंदोलन, तीन कृषि कानूनों, प्रदेश के विकास और जनहित के कई मुद्दों पर चर्चा की।"
किसानों के आंदोलन को बदनाम करना देश के लिए अच्छी बात नहीं: राज्यसभा में शिवसेना सांसद संजय राउत
Defaming the farmers' agitation is not a good thing for the country & for all: Shiv Sena MP Sanjay Raut in Rajya Sabha. #FarmersProtest
लगता है कि कृषि कानूनों का मसौद मुंबई में तैयार किया गया था दिल्ली में नहीं: दिग्विजय सिंह
राज्य सभा सांसद और कांग्रेस ने नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि दो मंत्रियों ने किसानों के साथ बातचीत की- उनमें से एक नरेंद्र सिंह तोमर जी अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन उन्हें खेती के बारे में कुछ भी पता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कृषि कानूनों का मसौदा मुंबई में तैयार किया गया था दिल्ली में नहीं।
Two Ministers held talks with farmers- One of them Narendra Singh Tomar ji is good person but he doesn't know anything about farming. And Piyush Goyal is spokesperson of corporate sector. I think farm laws were drafted in Mumbai & not in Delhi: Congress leader Digvijaya Singh pic.twitter.com/ccSQF6T5ox
मैंने सभी दल और किसानों से कहा है कि सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है: केंद्रीय कृषि मंत्री
मैंने आज राज्यसभा में देखा विपक्ष कृषि बिलों को काला क़ानून कह रहे हैं। वे यह नहीं बता रहे हैं कि उसमें काला क्या है। क़ानून का विरोध कर रहे हैं तो क़ानून के प्रावधान पर चर्चा होनी चाहिए। मैंने सभी दल और किसानों से कहा है कि सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है: केंद्रीय कृषि मंत्री pic.twitter.com/QR3FyYgKMt
हमने किसानों के आंदोलन पर लोकसभा में एक अलग चर्चा के लिए सरकार से आग्रह किया है: अधीर रंजन चौधरी
We've urged Govt for a separate discussion in Lok Sabha over farmers' agitation. All kinds of things are discussed in Motion of Thanks to President's Address. Our only demand is that separate discussion be held over farmers' issue after Motion of Thanks: AR Chowdhury, Congress MP pic.twitter.com/H7FB8JViKY
कल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली को छोड़कर पूरे देश में चक्काजाम होगा: राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "कल (6 फरवरी) सिर्फ 2 राज्यों में चक्का जाम नहीं होगा। यह दो राज्य हैं- उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड। इन 2 राज्यों और दिल्ली को छोड़कर पूरे देश में चक्काजाम होगा।"
आज कृषि मंत्री ने सदन और देश को गुमराह करने का काम किया: कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "आज कृषि मंत्री ने सदन और देश को गुमराह करने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह केवल पंजाब का आंदोलन है। लेकिन इस आंदोलन में हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान यहां तक की महाराष्ट्र और कर्नाटक से भी किसान शामिल हैं।"
आज कृषि मंत्री ने सदन और देश को गुमराह करने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह केवल पंजाब का आंदोलन है। परन्तु इस आंदोलन में हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान यहां तक की महाराष्ट्र और कर्नाटक से भी किसान शामिल हैं: दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस #FarmersProtest pic.twitter.com/hYM3jwXdHz
कल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कोई सड़क नाकाबंदी नहीं होगी: राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि कल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कोई सड़क नाकाबंदी नहीं होगी। दिल्ली को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में सड़कें अवरुद्ध हो जाएंगी। कारण यह है कि उन्हें कभी भी दिल्ली बुलाया जा सकता है, इसलिए उन्हें स्टैंडबाय पर रखा जाता है।
जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया है तो आंदोलन को खत्म कर देना चाहिए था: रामदास अठावले
राज्यसभा में रामदास अठावले ने कहा कि मैं किसानों का आदर करता हूं, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया है तो आंदोलन को खत्म कर देना चाहिए था।
कुछ लोग कानून में जो चीज नहीं है उसे किसानों के बीच परोसना चाह रहे: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, "कुछ लोग कानून में जो चीज नहीं है उसे किसानों के बीच परोसना चाह रहे हैं और इसमें सबसे ज्यादा भूमिका विपक्षी पार्टियों की है। सदन में भी पार्टियां ऐसे बिंदु बोल रही हैं जिनका कानून से कोई लेना-देना नहीं है।"
कल किसानों के चक्काजाम के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा कड़ी: दिल्ली पुलिस के PRO
दिल्ली पुलिस के पीआरओ ने कहा, "पूरे देश में कल किसानों का तीन घंटे का चक्काजाम होने वाला है, उसके मद्देनजर हमने दिल्ली की सभी बॉर्डर पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की है। हालांकि किसानों ने कहा कि वे दिल्ली में ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं लेकिन 26 जनवरी को जो हुआ उसके मद्देनजर हमने ऐसा किया है।"
Agitating farmers have proposed 'chakka jam' tomorrow. In view of the violence that happened on January 26, Delhi Police have made adequate security arrangements at borders so that miscreants can not enter the national capital: Chinmoy Biswal, Delhi Police PRO pic.twitter.com/9TThtvPjlg
राजस्थान: जयपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ RLP ने ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया
कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजस्थान के जयपुर में ट्रैक्टर रैली निकाली।
Rajasthan: Rashtriya Loktantrik Party holds tractor rally in Jaipur to protest against the Centre's farm laws. pic.twitter.com/gZ1ioztqDG
कृषि मंत्री ने संसद में की कृषि कानून की वकालत, कहा- हम संशोधन के लिए तैयार, इसका ये मतलब नहीं कि कानून में है कोई कमी
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में केंद्रिय कृषि मंत्री ने कहा, "भारत सरकार और नरेंद्र मोदी का नेतृत्व पूरी तरह किसानों के प्रति प्रतिबद्ध है, किसानों के प्रति समर्पित है। किसान आंदोलन के लिए हम लोगों ने उन्हें लगातार सम्माद देने की कोशिश की है। 12 बार सह सम्मान बुलाकर बातचीत की है। एक शब्द ही हमने उनके बार में इधर-उधर नहीं बोला। संवेदनशीलता के साथ विचार किया। लेकिन हमने यह जरूर कहा है। आप प्रावधान में कहा गलती है, हमारा ध्यान आकर्षित करिए। हमने जो उनकी भावना के अंतर्गत, जिन बिंदुओं को चिन्हित किया जा सकता था। उनको भी चिन्हित की और कहा कि लगता है आपको यह शंका है कि APMC खत्म हो जाएगी। हम इसपर विचार करते हैं कि APMC खत्म नहीं होगी। हमने एक के बाद एक उनको प्रस्ताव देने की भी कोशिश की। लेकिन साथ में मैंने यह भी कहा कि अगर हम किसी भी संशोधन के लिए तैयार है इसका मतलब यह नहीं निकालना चाहिए कि किसान कानून में कोई गलती है। लेकिन किसान आंदोलन पर है। पूरे एक राज्य में गलत फहमी का लोग शिकार हैं।"
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, "तीन कृषि कानूनों में सुधार की बात इन दिनों ज्वलंत मुद्दा है। मैं प्रतिपक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने किसान आंदोलन पर चिंता की और आंदोलन के लिए सरकार को जो कोसना आवश्यक था उसमें भी कंजूसी नहीं की और कानूनों को जोर देकर काले कानून कहा। मैंने किसान प्रतिनिधियों से भी यही पूछता रहा कि इन कानूनों में क्या काला है, तकि हम उन्हें ठीक करने की कोशिश करें, लेकिन मुझे वहां भी कोई जवाब नहीं मिला।"
I made it clear that if Govt is ready to make amendments, it doesn't mean there is any problem in farm laws. People in a particular state are misinformed: Union Agriculture Minister NS Tomar pic.twitter.com/hbyffh7Y3t
26 जनवरी को दिल्ली में जो कुछ भी हुआ वो किसानों को बांटने की एक साजिश थी: मल्लिकार्जुन खड़गे
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के साथ जो कुछ हो रहा है वह बुरा हो रहा है। किलेबंदी की जा रही है। कीलें लगाई जा रही हैं। यह ठीक नहीं है। 26 जनवरी को जो कुछ हुआ वह किसानों को बांटने के लिए एक साजिश थी। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर जो कुछ हुआ उसकी मैं निंदा करता हूं।
दिल्ली के पुलिस आयुक्त किसानों के प्रस्तावित चक्काजाम पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे
दिल्ली के पुलिस आयुक्त किसानों के प्रस्तावित चक्का जाम पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। #FarmersProtest
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षाबल की तैनाती जारी
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षाबल की तैनाती जारी है। किसानों को सिंघु बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन करते हुए आज 72 दिन हो गए हैं।
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मद्देनज़र सुरक्षाबल की तैनाती जारी है। किसानों को सिंघु बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन करते हुए आज 72 दिन हो गए हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/kDT8xDpcUH
देश में कल चक्काजाम को लेकर राकेश टिकैत ने की ये अपील
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, "जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्काजाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। यह जाम दिल्ली में नहीं होगा।"
जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। ये जाम दिल्ली में नहीं होगा: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता pic.twitter.com/ENXDH0pWs4
एक तरफ प्रदर्शन हो रहा था दूसरी तरफ राष्ट्रपति के अभिभाषण में कृषि कानूनों की तारीफ हो रही थी: आनंद शर्मा
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान के दौरान कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राज्यसभा में कहा, "लाल किले की घटना से पूरा देश आहत हुआ है। पूरी घटना की निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए। हम जानते हैं कि राष्ट्रपति जी वही पढ़ते हैं जो सरकार देती है। एक तरफ कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था दूसरी तरफ राष्ट्रपति के अभिभाषण में इन कानूनों की तारीफ हो रही थी।"
आनंद शर्मा ने कहा, "किसानों को अपने अधिकारों के लिए लड़ने और न्याय पाने के लिए मजबूर होना पड़ा। जो स्थिति पैदा हुई है, उसके लिए भारत सरकार जिम्मेदार है। मैं विरोध के दौरान मारे गए 194 किसानों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं।"
Farmers were forced to fight for their rights and to get justice. Government of India is responsible for the situation that has arisen. I want to pay tributes to the 194 farmers who died during the protests: Congress MP Anand Sharma in Rajya Sabha pic.twitter.com/38zW1xD1JW
धोखे के साथ तीनों कृषि कानूनों को संसद से किया गया पास: कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह का सलूक दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के साथ हो रहा है। वैसा लीबिया और अफगानिस्तान में कभी लोगों के साथ हुआ था। उन्होंने कहा कि जिस तरह का किसानों के साथ सलूक हो रहा है उसे पूरी दुनिया देख रही है। उन्होंने कहा कि संसद में कृषि कानूनों को धोखे से पास कराया गया। कानून पर डिविजन नहीं कराई गई। बाजवा ने कहा कि जो बड़ा लीडर होता है उसका दिल भी बड़ा होता है। उन्होंने कहा कि मोदी चलिए मैं आपको सिंघु बॉर्डर पर लेकर चलता हूं और आप किसानों से बात कीजिए।
कांग्रेस सांसद ने प्रताव सिंह बाजवा ने किसानों को खालिस्तानी कहे जाने के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि आप हमें राष्ट्रवाद ना सिखाएं। हमारे पंजाब में हर महीने एक बच्चा तिरंगा में लिपटकर गांव पहुंचता है।
BSP सांसद सतीश मिश्रा बोले- जैसी किलेबंदी दिल्ली सीमा पर है, वैसी तो पाक बॉर्डर पर भी नहीं हुई होगी
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीएसपी सांसद सतीश मिश्रा ने दिल्ली बॉर्डर पर कटीले तार और कीलें लगाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "विरोध स्थलों के पास नाके लगाए गए हैं। मुझे लगता है कि सरकार ने पाकिस्तान की सीमा पर इस तरह की तैयारी नहीं की होगी जैसा कि वह दिल्ली की सीमाओं पर कर रही है। अन्नादतों को राष्ट्र का शत्रु कहा जा रहा है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अहंकार को दूर करें और तीनों कानूनों को निरस्त करें।"
Nails have been fixed near the protest sites. I think govt would not have made this kind of preparation at Pakistan border as it is doing at Delhi borders. Annadatas are being called the enemy of the nation. I urge you to shun ego & repeal the three laws: BSP MP Satish Mishra pic.twitter.com/lx0TfokiWt

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