सचिन तेंदुलकर पर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी तेज, सुशील मोदी ने भारत रत्‍न पर राजनीति के खिलाफ दी कड़ी चेतावनी

पटना, राज्य ब्यूरो। महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Great Cricketer Sachin Tendulkar) के पक्ष-विपक्ष में बिहार की राजनीतिक पिच पर बयानों (Political Rhetoric in Bihar Politics) के चौके-छक्‍कों की बरसात हो रही है। राजद के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष शिवानंद तिवारी (RJD National Vice President Shivanand Tiwari) ने सचिन को भारत रत्‍न (Bharat Ratna) की उपाधि देने को इस सम्‍मान और देश का अपमान बताया तो भाजपा नेता व राज्‍य सभा सदस्‍य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने भारत रत्‍न पर राजनीति करने के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है।

सुशील मोदी ने कहा कि जिन लोगों को महान क्रिकेटर और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर कृषि कानून का समर्थन करने या गणतंत्र दिवस पर हुए तिरंगे के अपमान की निंदा करने के कारण बुरे लगने लगे, वे बताएं कि उनकी पार्टी उन लोगों के बारे में क्या राय रखती है, जिन्होंने खुद प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भारत रत्न ले लिए थे?
सुशील मोदी ने लिखा कि क्या ऐसे व्यक्ति को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना चाहिए था, जिनपर भारत विभाजन स्वीकार करने, जम्मू-कश्मीर में धारा-370 लागू करने और 1962 में सैन्य पराजय जैसी ऐतिहासिक गलतियों के दस्तावेजी आरोप लगते रहे?
लालू-राबड़ी को खुश करने दे रहे बयान
सुशील मोदी ने कहा कि राजद को राष्ट्रीय पुरस्कारों पर राजनीति करने से बचना चाहिए। शिवानंद तिवारी का नाम लिए बगैर सुशील मोदी ने ट्वीट किया कि राजद के राष्ट्रीय पदाधिकारी जब से पुत्र को विधायक बनवाने के लिए अपना संन्यास तोड़कर सक्रिय राजनीति में लौटे हैं, तब से लालू-राबडी (Lalu Rabri) को खुश करने के लिए बढ़चढ़ कर बयान दे रहे हैं। उन्हेंं लगता है कि इस समय पंजाब के बिचौलियों और भटके हुए संपन्न किसानों के समर्थन में बोलना तथा किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा (Violence during Kissan Aandolan) के विरुद्ध बोलने वालों को अपमानित करना उनकी पार्टी भक्ति के लिए जरूरी है।
सचिन के खिलाफ अपने वक्तव्य को वापस लें शिवानंद : राजीव
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद (JDU spokesperson Rajeev Ranjan Prasad) ने कहा कि सचिन तेंदुलकर के खिलाफ शिवानंद तिवारी ने जो वक्तव्य दिया उसे वापस लें। अगर राजद तो देश की अस्मिता, स्वाभिमान, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति थोड़ा भी सम्मान है तो उसे शिवानंद तिवारी के खिलाफ अविलंब कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
राजीव ने कहा कि शिवानंद तिवारी ने सचिन तेंदुलकर के बारे में जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया इसके लिए उन्हें कतई माफ नहीं किया जा सकता है।
सचिन पर बोलने के पहले तेजस्वी से शिवानंद तिवारी को पूछ लेना चाहिए था : संजय
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने शुक्रवार को कहा भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर के खिलाफ टिप्पणी करने से पहले राजद नेता शिवानंद तिवारी को अपने तथाकथित खिलाड़ी नेता तेजस्वी यादव से पूछ लेना चाहिए था। अगर उन्हें इतना कष्ट हो रहा तो वह अपने राज्यसभा के पेंशन को क्यों नहीं लौटा देते।
संजय ने कहा कि शिवानंद तिवारी कुछ भी बोल देते है। सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के भगवान कहे जाते हैं। देश के साथ-साथ पूरे विश्व में उनका सम्मान है। उन्होंने विश्व के क्षितिज पर भारत का मान बढ़ाया है। ऐसे व्यक्ति को भारत रत्न यूपीए की सरकार (UPA Government) ने ही दिया था।
शिवानंद ने सचिन के भारत रत्‍न की उपाधि पर सवाल खड़े किए
बता दें कि राजद के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष शिवानंद तिवारी ने शुक्रवार को किसान आंदोलन पर विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने पर सचिन तेंदुलकर को भारत रत्‍न की उपाधि देने पर सवाल खड़े कर दिए थे। कहा था कि सचिन तेंदुलकर को जब भारत रत्‍न दिया जा रहा था तभी मैंने ऐतराज जताया था। क्‍योंकि ऐसे व्‍यक्ति को भारत रत्‍न देना इस सम्‍मान और देश का अपमान है। शिवानंद ने कहा कि विदेशी पॉप स्‍टार रिहाना (Pop Star Rihana) और पर्यावरणविद् ग्रेटा थनबर्ग (Great Thanburg) को सचिन नहीं जानते, उनके ट्वीट के जवाब में भारत रत्‍न सचिन तेंदुलकर का उतरना देश का अपमान है।
शिवानंद यही नहीं रुके सचिन तेंदुलकर के बारे में कहा कि भारत रत्‍न से सम्‍मानित व्‍यक्ति उत्‍पादों का विज्ञापन (advertisement ) करता है और पैसे लेता है। यह भारत रत्‍न का अपमान है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सचिन जैसे रत्‍नों से बयान दिलाकर कोई यह नहीं समझें कि दुनिया ने आंख पर पट्टी बांध ली है।
क्‍या कहा था सचिन ने
किसान आंदोलन के बारे में विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर सचिन ने किसी का नाम लिए बगैर कहा था कि भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता । बाहरी ताकतें इसमें हस्‍तक्षेप नहीं कर सकती। भारतीय ही भारत के बारे में फैसला ले सकते हैं।

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