दस साल बाद बिहार के इस सरकारी बस डिपो से पटना के लिए बहाल होगी बस सुविधा

सड़क मार्ग से सफर करने वाले सहरसा के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। क एबार फिर से बिहार की राजधानी पटना का सफर सरकारी बस से तय कर पाएंगे। राजधानी पटना से सहरसा भी सरकारी बस से पहुंचेंगे। प्रायवेट के मुकाबले सरकारी बस का सफर सस्ता होगा। 

सहरसा से पटना और पटना से सहरसा के लिए एक-एक बस का परिचालन शुरू करने का बिहार राज्य परिवहन निगम ने निर्णय लिया है। इसी माह से सहरसा-पटना और पटना-सहरसा के बीच सरकारी बसों का परिचालन शुरू करने की तैयारी है। बिहार राज्य परिवहन निगम ने सहरसा-पटना अप डाउन बसों के सफर की मांग को देखते परिचालन शुरू करने का निर्णय लिया है।
 निगम का कहना है कि प्रायवेट बस के मुकाबले सरकारी बस का किराया सस्ता रहने के कारण अधिकांश लोग सफर करना करना पसंद करेंगे। पहले जब सहरसा से पटना के लिए बसें चलती थी तो सफर करने वाले यात्रियों की मांग रहती थी। फिर से पटना वाली बस में यात्रियों की भीड़ जुटेगी। बिहार राज्य परिवहन निगम के प्रमंडलीय डिपो पूर्णिया के क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश झा ने कहा कि सहरसा से पटना और पटना से सहरसा के बीच एक-एक बस प्रतिदिन(रोज) चलाई जाएगी। नॉन एसी बसों का  परिचालन 15 फरवरी से शुरू होने की संभावना है। 
एक्सीडेंटल बीमा का मिलता लाभ सरकारी बस से सफर का फायदा यह भी है कि यात्रा टिकट के साथ मेडिकल बीमा की सुविधा जुड़ा रहती है। अगर बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई और यात्री हादसे के शिकार हो गए तो उन्हें एक्सीडेंटल बीमा का लाभ मिल जाएगा।
अभी मात्र तीन जगहों के लिए चलती है सरकारी बसें शहर के सुपर बाजार समीप स्थित सरकारी डिपो से मात्र तीन जगहों के लिए सरकारी बसें चलती है। दरभंगा और वीरपुर के लिए एक-एक बसें चलती है। कुशेश्वरस्थान के लिए दो बसें चलती है।   दुर्घटनाग्रस्त बस की हो रही मरम्मत दुर्घटनाग्रस्त एक बस की पूर्णिया में मरम्मत हो रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि पूर्णिया में बस की मरम्मत का काम शनिवार को पूरा हो जाएगा। उसके बाद बस को सहरसा डिपो भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहरसा डिपो को अभी पांच बसें दी गई है। बता दें कि सहरसा डिपो पूर्णिया प्रमंडलीय डिपो के अंतर्गत आता है। क्षेत्रीय प्रबंधक पूर्णिया के अंतर्गत इसका संचालन होता है। हालांकि सहरसा में डिपो प्रतिष्ठान प्रबंधक की तैनाती है।
ट्रेन बंद होने से सहरसा से पटना लिए बसों की अधिक मांग सहरसा से पटना के लिए बसों की अधिक मांग है। खासकर सहरसा से पाटलिपुत्र पटना के लिए रात में चलने वाली जनहित एक्सप्रेस का परिचालन बंद रहने के कारण सफर करने वाले यात्रियों की निर्भरता सरकारी मार्ग के वाहनों पर बढ़ गई है। उसी का परिणाम है कि आधा दर्जन से अधिक प्रायवेट बसें रोज पटना के लिए चलाई जा रही। भीड़ के कारण बसों में सीट के लिए मारामारी रहती है। अब सरकारी बस चलने से सीट की मारामारी भी कम होगी।
रात में भी डिपो परिसर में बढ़ेगी चहल पहल रात में भी बिहार राज्य परिवहन निगम के बदहाल परिसर में चहल पहल बढ़ेगी। पटना के लिए बस रात में ही खुलने के कारण यात्रियों की भीड़ जुटेगी। ऐसे में इस जगह पर रोशनी के इंतजाम करने की जरूरत है। 

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