छात्रों की चिंता, कहीं छूट न जाएं पीएचडी का मौका

एमएड कर चुके छात्रों की चिंता बढ़ती जा रही है। पीएचडी को लेकर उन्हें यह डर सता रहा है कि कहीं इसका मौका न हाथ से निकल जाए। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीएचडी करने के लिए एजुकेशन में सीटें शून्य होने के कारण ऐसा हुआ है। छात्र एजुकेशन में सीट देने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए छात्र लगातार विवि का चक्कर लगा रहे हैं।

छात्रों का कहना है कि उनसबों ने यहीं से एमएड की डिग्री ली है। ऐसे में उन्हें पीएचडी का मौका मिले। उनका कहना है कि जिस तरह से पिछली जिस तरह से सीटें एजुकेशन को दी गई। उसी तरह कुछ सीटें इस बार भी दी जाए। छात्रों का यह भी कहना है कि बगल के एलएन मिथिला विश्वविद्यालय में सीटें दी गई। यहां बीएड कॉलेजों के प्राचार्य और शिक्षक पीएचडी कराया जा रहा है। इसी आधार पर यहां भी मौका दिया जाए। छात्रों का कहना है कि विवि उनके लिए सकारात्मक निर्णय ताकि उनका साल बच सके। इधर, विवि की सीसीडीसी डॉ. अमिता शर्मा ने कहा कि छात्रों ने मांग की है। इस मामले पर कुलपति से वार्ता के बाद निर्णय होगा।

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