अब स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत नर्सो का होगा कंपटेंसी बेस्ड स्किल एसेसमेंट

मोतिहारी। विभिन्न स्तरों पर कार्यरत नर्सों की कार्य कुशलता में गुणात्मक सुधार लाने के लिए अब ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला एवं प्रखंड स्तर पर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत नर्सिंग कर्मियों को उनके उत्कृष्ट कार्य, कार्य कौशल, योग्यता एवं कार्य अनुभव के आधार पर कंपटेंसी बेस्ड स्किल एसेसमेंट करने का स्वास्थ्य विभाग पे निर्णय लिया है। एसेसमेंट में मिले रैंक के आधार पर रिवार्डस, बेडेज एवं एप्रन प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। पत्र में बताया गया है कि जिला स्तर पर सर्वोच्च रैंक प्राप्त करने वाले चयनित नर्सिंग कर्मी को पांच हजार रुपये तथा प्रखंड स्तर पर सर्वोच्च रैंक प्राप्त करने वाले नर्सिंग कर्मी को तीन हजार रुपये रिवार्ड के रूप में पीएफएमएस के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। रैंकिग में केयर इंडिया की टीम द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर पर सहयोग लिया जाएगा। नर्सो के इन कार्यों की होगी रैंकिग


रैंकिग के दौरान एएनएम व जीएनएम से आपातकाल व मौलिक नर्सिंग देखरेख से संबंधित ब्लड ग्रूप, हाइपोवोल्मिया वाले मरीज के लक्षण, मातृ देखरेख के तहत प्रसव पीड़ा व गर्भनाल बांधना, प्रसव की प्रथम व तीसरी अवस्था में गर्भवती को आवश्यक सलाह, गर्भवती महिला के पेट का असामान्य आकार के कारण, प्री एक्लेम्पसिया की पहचान, प्रसव के बाद जटिलताओं के संकेत की पहचान, परिवार नियोजन के तरीके, नवजात शिशु की जन्म के समय लंबाई, नवजात शिशु में कोल्ड स्ट्रेस के संकेत, जन्म के समय स्तनपान का महत्व, कंगारू मदर केयर की जरूरत, अम्बु बैग का उपयोग एवं शिशु टीकाकरण आदि की जानकारी ली जाएगी। प्रायोगिक मूल्यांकन में नर्सों से तापमान, पल्स व श्वसन गति का आकलन, बीपी मापना, पेशाब की जांच, मांसपेशियों में इंजेक्शन लगाने की प्रक्रिया तथा अनिवार्य नवजात शिशु देखभाल व प्रसव के बाद खून बहने सहित एक्लेम्पसिया प्रबंधन आदि की जानकारी ली जाएगी। इसके आधार पर रैंकिग की जाएगी। मिलेगा एक से तीन स्टार तक का बिल्ला
रैंकिग के आधार पर नर्सिंग कर्मियों को एक से तीन स्टार तक का बिल्ला उपलब्ध कराया जाएगा। उनकी कार्य क्षमता के आधार पर बिल्ला उपलब्ध कराया जाना है। बिल्ला व एप्रन की खरीदारी जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा की जाएगी। वहीं, 50 प्रतिशत या उससे अधिक रैंक हासिल करने वाले नर्सिंग कर्मियों को बिल्ला प्रदान किया जाएगा। अलग-अलग रंगों के होंगे एप्रन इस रैंकिग के आधार पर अब नर्सों के एप्रन भी अलग-अलग रंगों के होंगे। एएनएम को ग्रीन, जीएनएम को ब्लू, बीएससी नर्सिंग को वाईलेट, एमएससी नर्सिंग को मैरून रंग का दो-दो एप्रन प्रदान किया जाएगा। रैंक के आधार पर मिलेगा स्टार - 85 प्रतिशत रैंक हासिल करने वालों को 03 स्टार।
- 60 से 85 प्रतिशत तक रैंक हासिल करने वालों को 02 स्टार।
- 50 से 60 प्रतिशत तक रैंक हासिल करने वालों को 01 स्टार।
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