सरकार, मंत्री, सांसद, प्रवक्ता, Koo एप पर जाने को क्यों हैं आतुर?

अकाउंट्स की ब्लॉकिंग को लेकर ट्विटर के साथ जारी गतिरोध के बीच भारत सरकार ने कू (Koo) का इस्तेमाल कर ट्विटर को निशाने पर लिया है. वहीं दूसरी तरफ अब सरकारी एजेंसियों से लेकर बीजेपी के दिग्गज नेता कू एप पर भी अकाउंट खोल रहे हैं. सरकारी संस्था नीति आयोग से लेकर बीजेपी के दिग्गज सांसदों, मंत्रियों ने अपने मौजूदा ट्विटर अकाउंट पर कू का प्रचार किया है.

सरकारी संस्थान नीति आयोग ने ट्विटर पर लिखा-
From India; For the world! #NITIAayog is excited to be a part of the #KooApp, a winner in the Social category of the #AatmanirbharBharat App Innovation Challenge! Listen to interesting thoughts by nitiaayog on the app - https://t.co/W6h1tMViQ8स्वागत नहीं करोगे हमारा?
भारतीय जनता पार्टी के सबसे युवा सांसद तेजस्वी सूर्या ने सख्त लहजे में लिखा है कि- "ट्विटर खुद को भारतीय कानूनों के ऊपर देखता है, वो अपनी मर्जी से तय कर रहे हैं कि क्या मानना है और क्या नहीं. मैं ये मुद्दा कल लोकसभा के शून्य काल में उठाने का तय किया था, लेकिन कल शून्यकाल आयोजित ही नहीं हुआ. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय से गुजारिश है कि सख्ती से काम ले."
Twitter seems to hold itself above the laws of the Indian State. It is picking and choosing what law to follow and what not to. I had raised this issue in Zero Hour in Lok Sabha yesterday, but zero hour wasn't taken up yesterday. Requesting @GoI_MeitY to act stringently. https://t.co/jGbtzqj84y
इसके अलावा कई सारे दूसरे बीजेपी नेताओं, प्रवक्ताओं ने कू एप के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है.
You state that you are platform . Then you decide what to delete & what not . You have to act acc to law of land . You can't have your own rules . The country is governed based on Constitution not some corporate rules . https://t.co/zHmdv4eC60
Friends I am in Koo now .. pic.twitter.com/rRmLJaqNfj
I am now on Koo. Connect with me on this Indian micro-blogging platform for real-time, exciting and exclusive updates. Let us exchange our thoughts and ideas on Koo. Join me: https://t.co/zIL6YI0epM pic.twitter.com/REGioTdMfm
Shri Siddhivinayak Temple Trust now on #kooapp https://t.co/slixiiYpnT
बता दें कि ट्विटर ने बुधवार को बताया कि भारत सरकार ने उसे जिन अकाउंट्स पर रोक लगाने के लिए लिस्ट भेजी थी, उनमें से उसने कुछ पर ही कार्रवाई की है. ट्विटर ने इस मामले को लेकर एक ब्लॉग पोस्ट में अभिव्यक्ति की आजादी पर भी जोर दिया.
क्या है कू, कब लॉन्च हुआ था?
कू ट्विटर की तरह ही एक माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है. यह वेबसाइट के तौर पर उपलब्ध होने के साथ-साथ iOS और गूगल प्ले स्टोर पर ऐप के तौर पर भी मौजूद है. इस पर कैरेक्टर लिमिट 400 की है. कू पर ऑडियो और वीडियो आधारित पोस्ट भी किए जा सकते हैं. यह यूजर्स को ट्विटर की तरह हैशटैग के इस्तेमाल की भी सुविधा देता है. इस पर बाकी यूजर्स को @ सिंबल का इस्तेमाल करके टैग भी किया जा सकता है, जैसा कि ट्विटर पर भी होता है.
केंद्र ने कहा हैंडल ब्लॉक करो, ट्विटर बोला-Tweets होते रहने चाहिए

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