जिस देसी Koo ऐप को नेता-अभिनेता कर रहे सपोर्ट, उसका निकाला China कनेक्शन, यूजर्स का सेंसिटिव डाटा हो रहा है लीक

पिछले 24 घंटे के भीतर कू ऐप ने 3 मिलियन डाउनलोड्स का रिकॉर्ड बना लिया है. ऐसे में कई भारतीय यूजर्स अब इस देसी आत्मनिर्भर भारत ऐप का इस्तेमाल करने लगे हैं. लेकिन क्या ये सुरक्षित है? फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर के अनुसार कू ज्यादा सुरक्षित नहीं है और फिलहाल यूजर्स के कई डाटा को लीक कर रहा है. इसमें उनका ईमेल आईडी, फोन नंबर और डेट ऑफ बर्थ शामिल है. फ्रेंच साइबरसिक्योरिटी रिसर्चर रॉबर्ट Baptiste जिन्हें ट्विटर पर Elliott एंडरसन के नाम से जाना जाता है, उन्होंने कहा कि कू ऐप आपकी कई जानकारियों को लीक कर रहा है.

Baptiste तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने आधार सिस्टम में कई गड़बड़ियों को खुलासा किया था, उन्होंने ये भी कहा था कि इसमें कई सिक्योरिटी खामियां हैं. Baptiste ने कल रात 30 मिनट तक कू ऐप का इस्तेमाल किया. ऐप का इस्तेमाल करने के बाद उन्होंने खुलासा किया कि ये ऐप आपकी पर्सनल जानकारी को लीक कर रहा है. उन्होंने स्क्रीशॉट्स भी शेयर किए जहां कई यूजर्स का डाटा अब तक लीक हो चुका है. इस लिस्ट में भारत सरकार के कुछ डिपार्टमेंट्स और मंत्रियों का भी डाटा शामिल हैं.
You asked so I did it. I spent 30 min on this new Koo app. The app is leaking of the personal data of his users: email, dob, name, marital status, gender, … https://t.co/87Et18MrOg pic.twitter.com/qzrXeFBW0L
- Elliot Alderson (@fs0c131y) February 10, 2021
function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}}
चीनी कनेक्शन?
Baptiste ने कहा कि, कू ऐप का कुछ हद तक चीन से कनेक्शन हो सकता है लेकिन इसके बारे में फिलहाल उनके पास ज्यादा जानकारी नहीं है. डोमेन को देखने पर पता चला कि उसके कुछ हिस्से का कनेक्शन चीन से हो सकता है. रिकॉर्ड के अनुसार इस डोमेन को चार साल पहले बनाया गया था और उसके बाद ये अब तक कई लोगों के हाथों में जा चुका है. इससे पहले ये Bombinate टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के पास था. बता दें कि कू के पीछे Bombinate का ही हाथ है.
Baptiste ने बताया कि, ऐसा भी हो सकता है कि जब ये डोमेन पहले कुछ अलग लोगों के हाथों में था तब इसका गलत इस्तेमाल किया गया था. ऐसे में इसका इस्तेमाल अवैध ड्रग्स बेचने के लिए भी किया जा सकता है. लेकिन हां ऐप में चीनी कनेक्शन जरूर है क्योंकि ऐप में Shunwei का एक छोटा इंवेस्टमेंट है. शाओमी के साथ कनेक्टेड Shunwei एक वेंचर कैपिटल फंड है जो स्टार्टअप्स में निवेश करता है.
कू के को फाउंडर की अगर मानें तो ये ऐप इंडिया रजिस्टर्ड कंपनी है जिसके भारतीय फाउंडर्स हैं. बॉम्बनेट टेक्नोलॉजीज के लिए नवीनतम फंड वास्तव में भारतीय निवेशक 3one4 पूंजी के नेतृत्व में हैं. ऐसे में आनेवाले समय में Sunwei पूरी तरह से बाहर हो जाएगा.
ऐप के असली ट्विटर अकाउंट को लेकर भी भ्रम की स्थिति देखी जा रही है. जबकि लोग अब तक यह मानते रहे हैं कि कू ऐप @kooappofficioal से ट्वीट कर रहा है, इसके सह-संस्थापक Aprameya राधाकृष्ण ने कल रात कहा कि ट्विटर पर कू का आधिकारिक खाता @kooindia पर है. उन्होंने ट्वीट किया, “#kooapp का आधिकारिक खाता @kooindia है. कृपया ध्यान दें.”
ट्विटर छोड़ मंत्री, अभिनेता कर रहे हैं कू ऐप का इस्तेमाल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर और सरकार के बीच 257 खातों को ब्लॉक करने के मामले में गतिरोध के बाद भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म और उसके यूजर्स को बढ़ावा देने के लिए कू को जॉइन कर लिया है. गोयल के मंत्री सहयोगी, रविशंकर प्रसाद, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव अन्य प्रमुख कू यूजर्स में शामिल हो चुके हैं.
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