Fact Check: कोरोना वैक्सीन के लिए 4000 रुपये में स्वास्थ्य मंत्रालय दे रहा Appointment! सच है या फर्जीवाड़ा?

देश में तेजी से कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जा रही है. अब तक 65 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. भारत सबसे तेजी से 6 मिलियन कोरोना टीकाकरण करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. फिलहाल प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है. स्वास्थ्यकर्मियों के साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है.

लोगों के मन में फिलहाल यही सवाल है कि उनका नंबर कब आएगा. देश में 2 तरह की वैक्सीन लगाई जा रही है. वैक्सिनेशन को लेकर पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि वैक्सीन का प्रॉडक्शन की गति देश की जनसंख्या के मुताबिक काफी नहीं है, इसलिए प्राथमिकता के आधार पर लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इस बीच वैक्सिनेशन को लेकर कई तरह की अफवाहें भी फैल रही हैं.
क्‍या हो रहा है वायरल?
दरअसल, ‘https://mohfw.xyz’ नाम से एक वेबसाइट बनाई गई है. इस वेबसाइट पर कोरोना के मामलों की जानकारी दी गई है. इसके साथ ही टीकाकरण का भी पूरा आंकड़ा दिया गया है. देश में कोरोना के कितने मामले एक्टिव हैं, कितने लोग रिकवर हो चुके और कितने लोग इससे जान गंवा चुके हैं… ये तमाम आंकड़े दिए गए हैं. इन आंकड़ों में कितनी सच्चाई है, नहीं कही जा सकती.
खैर, संदेह यहां मौजूद एक ऐसे विकल्प पर है, जिसके जरिये कोरोना वैक्सीन लेने के लिए अपॉइंटमेंट देने का दावा किया जा रहा है. वैक्सीन लगवाने के लिए यहां अपॉइंटमेंट लेने के लिए ने को कहा जा रहा है. ने के बाद 4000 और 6000 रुपये में अपॉइंटमेंट देने का दावा किया जा रहा है.
रेगुलर वैक्सीन और अपग्रेडेड वैक्सीन!
इस वेबसाइट पर 2 तरह की अपॉइंटमेंट देने का दावा किया जा रहा है. पहली रेगुलर वैक्सीन के लिए 4000 रुपये चार्ज है. इसमें सांकेतिक तौर पर फाइजर कंपनी की वैक्सीन की तस्वीर लगाई गई है. वहीं अपग्रेडेड वैक्सीन के लिए 6000 रुपये में अपॉइंटमेंट देने का दावा किया जा रहा है.

पड़ताल का पहला चरण: वेबसाइट ही है फर्जी
इस वेबसाइट की यूआरएल पर गौर करने पर पहली नजर में ही संदेह जाता है. https://mohfw.xyz यूआरएल के अंत में .xyz है, जबकि आप किसी सरकारी वेबसाइट की डोमेन में .gov लगा होता है. खासकर भारत के संदर्भ में मंत्रालयों की वेबसाइट में .gov.in लगा रहता है. यहां .gov से तात्पर्य Government और .in से तात्पर्य India है. स्वास्थ्य मंत्रालय की असली वेबसाइट https://www.mohfw.gov.in/ है. यानी हमारी पड़ताल में यह वेबसाइट ही फर्जी निकली.
पड़ताल का दूसरा चरण: कैसे आएगी आपकी बारी?
आम लोगों को वैक्सीन कैसे लगाई जाएगी, इस बारे में हमने केंद्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी सर्च करनी शुरू की. हमें कई सारी आधिकारिक जानकारियां मिली. प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो(PIB) की वेबसाइट पर हमें स्वास्थ्य मंत्रालय की एक प्रेस रिलीज मिली, जिसमें ​इस बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है कि प्राथमिकता के आधार पर जब फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाया जाना पूरा हो जाएगा, उसके बाद आम लोगों का नंबर आएगा.
सरकार की ओर से जारी इस विज्ञप्ति में बताया गया है कि आम लोगों को ‘CO-WIN’ ऐप के जरिये वैक्सीन का अपॉइंटमेंट मिलेगा. जब यह ऐप लॉन्च किया जाएगा, तब इसमें अपना नाम, पता वगैरह जानकारी देते हुए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसी ऐप में आपको बताया जाएगा कि जब आपका नंबर आएगा तो आपको वैक्सीन लगवाने के लिए कब और कहां जाना होगा.
पड़ताल का तीसरा चरण: PIB फैक्ट चेक ने भी बताया फर्जी?
इस बारे में सरकारी संस्था PIB की फैक्ट चेक टीम ने भी इसकी सच्चाई बताई है. PIB FactCheck ने ट्वीट कर कहा है कि यह वेबसाइट फर्जी है और इस पर दी गई जानकारी झूठी है.
A website 'https://t.co/SIgT5rr7w1' is impersonating the official website of Ministry of Health & Family Welfare and is claiming to offer #COVID19Vaccine for ₹ 4000-6000#PIBFactCheck: This is a #FAKE website. pic.twitter.com/vdMwA2PsSR
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) February 11, 2021
function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}}
परिणाम: क्लोन वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी की कोशिश
हमारी पड़ताल में यह सामने आया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट की तरह एक फर्जी वेबसाइट बनाई गई है. इसे हूबहू वास्तविक जैसा रूप देने की कोशिश की गई है. आंकड़े ऑरिजिनल वेबसाइट से चुराए गए हैं. लोगों से धोखाधड़ी करने, कोरोना वैक्सीन के नाम पर उनसे पैसे ठगने के लिए अपॉइंटमेंट का एक ऑप्शन जोड़ दिया गया है. इस तरह की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को धोखा देने की और पैसे ऐंठने की कोशिश की जाती है, लेकिन इनके चक्करों में नहीं पड़ना चाहिए.
इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल हो रही जानकारी झूठ साबित हुई.
आकाशवाणी के एक साक्षात्कार कार्यक्रम में अंडमान निकोबार हेल्थ सर्विस के निदेशक डॉ ओमकार सिंह ने बताया है कि हमारे देश की आबादी इतनी अधिक है कि एक साथ सबको वैक्सीन नहीं दे सकते हैं. इसलिए यह टीकाकरण चरणबद्ध तरीके से हो रहा है अभी स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन लगभग पूरा हो चुका है. किसे कब वैक्सीन देनी है, उसका समय, तारीख और जगह सरकार बताएगी. जब आपका नंबर आए, तभी वैक्सीन लगवाने जाएं.
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