आखिर चीन में कितना स्‍वतंत्र है मीडिया, BBC की निष्‍पक्षता पर बीजिंग ने उठाए सवाल, जानें ड्रैगन का असली चेहरा

बीजिंग, ऑनलाइन डेस्‍क। चीन ने ब्रिट‍िश टेलीविजन चैनल बीबीसी वर्ल्‍ड न्‍यूज पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन के राष्‍ट्रीय रेडियो और टेलीविजन प्रशासन (एनआरटीए) ने गुरुवार को इस प्रतिबंध की घोषणा की है। चीन के इस निर्णय दुनिया के विकसित मुल्‍कों में काफी निंदा हो रही है। आइए जानते हैं कि चीन में मीडिया को कितनी आजादी है। क्‍या ड्रैगन के इस आरोप में दम है कि बीबीसी ने खबरों के सत्‍य और निष्‍पक्ष होने की आवश्‍यक शर्त का उल्‍लंघन किया है। क्‍या बीबीसी की निष्‍पक्षता पर सवाल उठाने वाले चीन के यहां मीडिया का आजादी हासिल है। क्‍या चीन में मीडिया स्‍वतंत्र है। आइए जानते हैं चीन का पूरा सच।

जानें चीन की आजादी का पूरा सच
जानें बीबीसी पर कब-कब लगा प्रतिबंध
वर्ष 2011 में पाकिस्‍तान ने बीबीसी वर्ल्‍ड न्‍यूज टीवी चैनल पर बैन लगाया था। वर्ष 2014 में रवांडा ने बीबीसी की एक डॉक्‍यूमेंट्री पर प्रतिबंध लगाया था। 2015 में बीबीसी की एक डॉक्‍यूमेंट्री पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगाया था। यह डॉम्‍यूमेंट्री दिल्‍ली दुष्‍कर्म घटना पर आधारित थी। इसके पीछे कांजीरंगा पर बीबीसी द्वारा बनाई गई एक डॉक्‍यूमेंट्री थी। 2016 में नॉर्थ कोरिया ने बीबीसी के जर्नलिस्‍टों पर बैन लगा दिया था। 2017 में भारत सरकार ने देश के सभी नेशनल पार्क और सेंचुरी में बीबीसी पर पांच वर्षों का बैन लगाया था।

अन्य समाचार