महिसोना में गेहूं व धान खरीद फर्जीवाड़ा मामले में कार्रवाई की अनुशंसा

लखीसराय । जिले के महिसोना के पूर्व पैक्स अध्यक्ष रामदेव सिंह द्वारा वर्ष 2011-12 में भूमिहीन एवं अपर्याप्त भूमि वाले कृषकों से धान एवं गेहूं का खरीद दिखाकर लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है। इसको लेकर लखीसराय के तत्कालीन सहकारिता पदाधिकारी गौरंग कृष्ण के बयान पर लखीसराय थाना में पूर्व पैक्स अध्यक्ष के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया था। इधर निगरानी की टीम में शामिल निगरानी अन्वेषण ब्यूरो बिहार के पुलिस उपाधीक्षक भागलपुर प्रक्षेत्र भागलपुर एसके सरोज, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के निरीक्षक विजय चौधरी एवं मिथिलेश कुमार जायसवाल ने 14 दिसंबर 2020 को अपनी जांच रिपोर्ट में महिसोना पैक्स अध्यक्ष को धान एवं गेहूं खरीद में फर्जीवाड़ा करने के मामले में सहकारिता पदाधिकारियों पर सहयोगात्मक रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। सहकारिता पदाधिकारियों द्वारा धान एवं गेहूं खरीद में फर्जीवाड़ा होने के मामले का उजागर नहीं किया गया। निगरानी की टीम ने लखीसराय पुलिस अधीक्षक से उक्त कांड की फिर से जांच कराते हुए आरोपित पूर्व पैक्स अध्यक्ष रामदेव सिंह के अलावा महिसोना पैक्स के सहायक प्रबंधक कपिलदेव सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी, लखीसराय के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी पंकज एवं राकेश कुमार के खिलाफ दर्ज धाराओं की जांच कराने की अनुशंसा की गई है। कहा गया है कि तत्कालीन पैक्स अध्यक्ष रामदेव सिंह के विरुद्ध फर्जी तरीके से 1,216 क्विटल गेहूं क्रय कर 14,22,722 रुपये वसूली को लेकर चलाई जा रही नीलाम वाद में प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी पंकज रजक तथा राकेश कुमार के संयुक्त जांच प्रतिवेदन तथा जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया। इसके आधार पर समाहर्ता-सह-जिला दंडाधिकारी द्वारा नीलाम वाद की कार्रवाई समाप्त कर दी गई। इससे स्पष्ट है कि फर्जीवाड़े का कर्ताधर्ता महिसोना के तत्कालीन पैक्स अध्यक्ष रामदेव सिंह, सहयोगी जिला सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी पंकज रजक एवं राकेश कुमार हैं। इस संबंध में लोकायुक्त कार्यालय बिहार के अवर सचिव ने शिकायतकर्ता महिसोना निवासी मदन गोपाल शरण को इसकी सूचना उपलब्ध कराई है।


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