बिटकॉइन में बहार की वजह क्या है, आगे क्या संभावनाएं दिख रही हैं

एक अच्छे निवेश के तौर पर बिटकॉइन को हाल के दिनों में बड़ी स्वीकृति मिली है. अच्छे सेंटीमेंट और बड़ी कंपनियों की निवेश संबंधी घोषणाओं से इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव दिनों दिन चढ़ा है. 15 फरवरी को पहली बार बिटकॉइन का भाव 50,000 डॉलर के काफी करीब पहुंच गया था.

बिटकॉइन में इस तेजी का क्या है कारण?
बिटकॉइन की बढ़ती स्वीकार्यता से लोग इस डिजिटल करेंसी में जमकर पैसे लगा रहे हैं. फरवरी में एलोन मस्क की कंपनी टेस्ला के बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर के बड़े निवेश के बाद पूरी दुनिया का इसपर ध्यान आया है. मई 2020 में जाने माने फंड मैनेजर पॉल तुडर जोंस ने बिटकॉइन को स्टोर ऑफ वैल्यू के लिए अच्छा एसेट बताया था. उसके बाद अन्य कंपनियों और निवेशकों का बिटकॉइन पर ध्यान आया जिससे करेंसी लगातार चर्चा में रहा है.
भविष्य के लिए क्या संभावनाएं दिखती है?
इन्वेस्टमेंट बैंक JP मॉर्गन चेज एंड कंपनी ने जनवरी में कहा था कि अगर बिटकॉइन सेफ हेअवन (Safe heaven) बन जाता है तो इसकी कीमत 1,46,000 डॉलर तक पहुंच सकती है. फरवरी में मास्टरकार्ड ने अपने नेटवर्क पर क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट को स्वीकृति के योजना की घोषणा भी की है. इसके अलावा रिउटर्स की खबर के मुताबिक मॉर्गन स्टेनली की इन्वेस्टमेंट कंपनी काउंटरपॉइंट ग्लोबल भी बिटकॉइन में बड़ा निवेश कर सकती है.
चिंता से भी इंकार नहीं
बिटकॉइन में बड़ी उछाल के बीच कुछ जानकार मानते हैं कि यह डिजिटल करेंसी बबल (bubble) में हो सकता है. इसके अलावा अनेकों देशों की सरकारों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध की भी कवायद चल रही है, जिससे कारण भी बिटकॉइन, के भविष्य को लेकर थोड़ी चिंता है.

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