मांगें हुई पूरी, छठे दिन सेवांजलि का धरना समाप्त

लखीसराय। विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (सेवांजलि) द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष जारी अनिश्चितकालीन धरना सिविल सर्जन द्वारा मांगें पूरी करने के बाद गुरुवार को छठे दिन समाप्त हो गया। इसके पूर्व सेवांजलि के महामंत्री विकास कुमार के नेतृत्व में धरना में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सिविल सर्जन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ. आत्मानंद कुमार द्वारा बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ (सेवांजलि) के जिला मंत्री रामसागर सिंह के नाम धरना स्थल पर पत्र भेजा गया। इसमें कहा गया कि चार सूत्री मांगों पर कार्यालय आदेश निर्गत कर दिया गया है। इसके तहत स्वास्थ्य प्रशिक्षक अनिल कुमार को उनके कार्यालय के स्थापना शाखा के कार्य से मुक्त कर दिया गया है। वे सिर्फ न्यायालय का कार्य ही करेंगे। निजी कारणों से अवकाश पर रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के अर्जित अवकाश की स्वीकृति के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों के अन्य नियमानुकूल कार्य का निष्पादन करने को लेकर संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र निर्गत कर दिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों की अनुपस्थित अवधि का ही वेतन स्थगित किया जाएगा। जिले के लिपिकों के वरीयता सूची के प्रकाशन को लेकर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय के लिपिक अमर कुमार, सीएचसी हलसी के लिपिक अमरेश कुमार एवं पीएचसी लखीसराय के लिपिक विपिन बिहारी को नामित किया गया है। वे लोग अपने कार्य के अलावा उनके कार्यालय के लिपिक रामशंकर सिंह से संचिका प्राप्त कर वरीयता सूची तैयार कर उनके समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद सेवांजलि के पदाधिकारी धरना समाप्त किया। सेवांजलि के महामंत्री विकास कुमार ने इसे सत्य की जीत बताया है। इस अवसर पर सेवांजलि के जिला मंत्री अमर कुमार, सुनीत कुमार, प्रेमा कुमारी, ललिता कुमारी, कुमकुम कुमारी, अनीता देवी, आशा सिन्हा आदि मौजूद थे।


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