15 साल की उम्र में दोस्त के कहने पर खेला क्रिकेट, लेकिन राह नहीं थी आसान

अक्षर पटेल ने महज 15 साल की उम्र में दोस्त के कहने पर खेला क्रिकेट

खेल। भारत और इंग्लैंड (Ind vs Eng) के बीच चल रही चार टेस्ट सीरीज में अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाने वाले 27 साल के अक्षर पटेल (Axar patel) का क्रिकेट में आने का इंतजार काफी लंबा रहा। ये हम नहीं कह रहे बल्कि खुद अक्षर पटेल ने तीसरे मैच में भारत की जीत के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को बीसीसीआई टीवी (BCCI TV) के लिये इंटरव्यू में बताया। उन्होंने कहा कि, "मैं अपने खेल पर मेहनत करता रहता हूं। मैंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी पर काफी मेहनत की है।" साथ ही उन्होंने कहा कि, "पिछले तीन साल से मुझे हर व्यक्ति बस एक ही सवाल पूछा करता था, कि अच्छा प्रदर्शन करने पर भी तुम भारतीय टीम में क्यों नहीं हो?"
गुजरात के आणंद के रहने वाले अक्षर दरअसल पटेल मैकेनिकल इंजीनियर (Patel Engineering Ltd) बनना चाहते थे लेकिन महज 15 साल की उम्र में स्कूल के दोस्त के कहने पर वह क्रिकेट (Cricket) खेलने लगे। उनका कहना है कि, "उनको पता था कि ये सब आत्मविश्वास की बात है, उनका समय आएगा इसलिए वह कभी घबराए नहीं।
DO NOT MISS: @hardikpandya7 interviews man of the moment @akshar2026. - By @RajalArora P.S.: #TeamIndia skipper @imVkohli makes a special appearance @Paytm #INDvENG #PinkBallTest Watch the full interview   https://t.co/kytMdM4JzN pic.twitter.com/QLJWMkCNM5
बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ डे नाइट के तीसरे टेस्ट (Day/Night 3rd Test) में 11 विकेट लेकर रिकॉर्ड बनाने वाले बाएं हाथ के इस स्पिनर को 7 साल से जिस बड़े ब्रेक की दरकार थी आखिरकार उन्हें वो मिल ही गया।
अक्षर ने 7 साल पहले बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाफ वनडे क्रिकेट (Odi Cricket) में शुरूआत की थी। लेकिन उस दिन के बाद से उन्हें टीम में स्थाई जगह नहीं मिल पाई। क्योंकि स्पिन हरफनमौला के तौर पर टीम में रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja ) की जगह पक्की थी। जिसके बाद इस सीरीज में जडेजा के चोटिल होने के कारण उन्हें मौका मिला। और उन्होंने इस मौके को गंवाए बिना इसका फायदा उठाया।
अक्षर ने बताया कि क्रिकेट खेलने में उनकी दादी ने उनका पूरा साथ दिया, लेकिन उनके भारतीय टीम में आने से पहले ही दादी का देहांत हो गया। साथ ही उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और दोस्तों के साथ ही साथी खिलाड़ियों को दिया। इसके साथ ही इंटरव्यू के आखिर में कप्तान कोहली ने भी अक्षर के प्रदर्शन की गुजराती में तारीफ करते हुए कहा कि, 'ऐ बापू तारी बॉलिंग कमाल छे यानी की 'बापू तुम्हारी गेंदबाजी शानदार है'। जिसके बाद हार्दिक पांड्या और अक्षर ठहाके मार के हसने लगे।

अन्य समाचार