अस ::: जंगली सुअर के डर से समय से पहले आलू को निकाल रहे किसान

लाइव पर नहीं डालें

-जंगली सुअर पिछले दो माह से आलू व मक्का की फसल को कर रहे नष्ट
-वन विभाग में आवेदन देने पर भी समय से फसल क्षति की नही हो रही जांच
-जांच का इंतजार कर थक चुके किसान फसल बचाने को आलू निकाल
मुजफ्फरपुर। कार्यालय संवाददाता
पिछले दो महीने से जंगली सुअर आलू व मक्का की फसल को नुकसान पहुंचा रहे है। खासतौर पर आलू की फसल को पूरी तरह नष्ट कर रहे है। फसल क्षति से पीड़ित किसान वन विभाग को मुआवजा के लिए आवेदन देते है मगर जांच करने को टीम के आने में कई दिन बीत जाते है। ऐसे में हारकर किसान समय से पहले ही खेतो से आलू की फसल को निकाल रहे है। उसके बाद ही जांच को विभाग की टीम पहुंच रही है। सरैया के मनोज कुमार ठाकुर ने बताया कि जंगली सुअर ने आलू की फसल को नष्ट कर दिया था।विभाग में आवेदन दिया मगर एक सप्ताह तक कोई नहीं आया।इसके बाद जो भी बचा था आलू उसे नष्ट होने से बचाने को समय से पहले खेतो से निकाल लिया। इसके कई दिन बाद जांच हुई। वही मुरौल के नरेन्द्र कुमार महतो ने बताया कि आलू की फसल सुअर ने नष्ट कर दिया। इसको लेकर आवेदन दिये दस दिन बीत चुके। अभी तक जांच नहीं हुई। कुढनी के प्रमोद साह ने बताया कि पाला व जंगली सुअर ने आलू की पचास प्रतियात फसल को नष्ट कर दिया था। जो मार्च में आलू निकालना चाहिए वो फरवरी में ही निकालना पड़ा है। इस संबंध में डीएफओ संजय प्रकाश ने बताया कि पहले आने वाले आवेदनो को प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे में जो बाद में आवेदन देते है। उसमें देर लग जाती है। साक्ष्य देखकर आंकलन करना होता है। इसके बाद ही मुआवजा के लिए नाम भेजा जाता है।

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