अपराधियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा मैरवा

फालोअप

लूट व चोरी के बड़े मामले का पर्दाफाश नहीं
पांच माह में लूट व चोरी के वारदात में वृद्धि
मैरवा। एक संवाददाता
थाना क्षेत्र अपराधियों के लिए आपराधिक वारदात का सेफ जोन बनता जा रहा है। लूट व चोरी की घटनाओं की वारदात के बाद आसानी से फरार हो रहे हैं। पुलिस गश्त के बाद भी अपराधियों में पुलिस का भय कम होता जा रहा है। अपराधियों का हौसला बढ़ने लगा है। जिससे स्थानीय दुकानदार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। थाना क्षेत्र में चोरी व लूट अब सामान्य बात होने लगी है। पुलिस के लगातार गश्त करने के बीच अपराधी पिस्टल के साथ क्षेत्र में प्रवेश कर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। बीस घंटे में लूट की दो वारदात के बाद सीएसपी संचालक व देर शाम को घर लौटने वाले दुकानदार दहशत में हैं। दोनों लूट की घटना के 24 घंटे बाद भी अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। थाना क्षेत्र में सौ से अधिक सीएसपी केन्द्र संचालक हैं। जिनको अक्सर बैंक में आना पड़ता है। सीएसपी संचालक दर्जनों बार लूट का शिकार हो चुके हैं। इस संबंध में पुलिस संचालकों के साथ कई बार बैठक कर चुकी है। लेकिन ऐसी वारदात पर रोक नहीं लग पा रही है। अपराधी बैंक आने वाले संचालक को पैसा निकालकर लौटने के क्रम में आसानी से लूट कर फरार हो रहे हैं। पुलिस भी मामले को दर्ज कर जांच का आश्वासन दे देती है। लूट का शिकार व्यवसायी कार्रवाई होने की उम्मीद में रहता है। पिछले पांच माह में चोरी व लूट के कई बड़े मामले का अब तक खुलासा नहीं हो सका है।
दोनों लूट की वारदात में पिस्टल का प्रयोग
मैरवा। मोबाइल व्यवसायी शैलेन्द्र गुप्ता से लूट वाले स्थान के समीप दो माह पहले एक सीएसपी संचालक से भी लूट हुई थी। दोनों मामले में अपराधी पिस्टल से लैश थे। सोमवार की शाम को नवकाटोला के समीप लूट के मामले में भी उपेन्द्र राय पर अपराधियों ने पिस्टल का भय दिखाकर 70 हजार लूट लिया था। दोनों लूटकांड में अपराधियों की संख्या, बाइक व पिस्टल होने की बात सामने आ रही है। ऐसे में इस मामले में एक ही गिरोह के होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

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