मल्टीपोस्ट ईवीएम से होगा पंचायत चुनाव, तैयार होगा ईवीएम मूवमेंट प्लान

पूर्णिया। पंचायत चुनाव की तैयारी जोर शोर से चल रही है। इस बार का पंचायत चुनाव मतपेटी से नहीं बल्कि मल्टीपोस्ट ईवीएम से होगा। साथ ही एक जिले में एक ही चरण में तथा प्रमंडल के एक ही जिले में चुनाव में होगा। ईवीएम का एसडीएमएम सुरक्षित रखकर ईवीएम को दूसरे जिले में चुनाव के लिए भेजा जाएगा। इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र भेजा है साथ ही ईवीएम को दूसरे जिले में भेजने के लिए ईवीएम मूवमेंट प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है।

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मतपेटिका से नहीं होगा पंचायत चुनाव
इस बार का त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पारंपरिक पद्धति मतपेटिका से नहीं बल्कि मल्टीपोस्ट ईवीएम से होगा। इस मल्टीपोस्ट ईवीएम से मतों का रिकार्ड रखने वाला एसडीएमएम को निकालकर ईवीएम का उपयोग अगले चुनाव में किया जा सकेगा। ईवीएम से मतों को कागज पर अंकित किए जाने के साथ साथ एसडीएमएम को जिला निर्वाचन अधिकारी की अभिरक्षा में रखा जाएगा। इससे मतदान में होने वाली गड़बड़ी और मतगणना के पश्चात रिकार्ड मतों को अंकित करने में होने वाली गड़बड़ी पर रोक लग सकेगी।
विदित हो कि पंचायत आम निर्वाचन छह पदों के लिए हो रहा है जिसमें वार्ड सदस्य, पंच, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य शामिल है। उक्त सभी पदों के लिए ईवीएम से चुनाव होगा।
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ईवीएम में होगा एक कंट्रोल यूनिट
मल्टीपोस्ट ईवीएम में एक कंट्रोल युनिट होगा जिसमें प्रत्येक पद के लिए एक-एक बैलेट यूनिट जोड़ा जाएगा। हर पद के लिए 15 उम्मीदवार तक के लिए एक ही बीयू होगा यदि अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ी तो बीयू की संख्या बढ़ाई जाएगी। सामान्य तौर पर ईवीएम में एक कंट्रोल यूनिट के साथ छह बैलेट यूनिट जुड़े रहेंगे। एक बार कंट्रोल युनिट का बटन दबाने पर प्रत्येक पदों के उम्मीदवारों के नाम व चुनाव चिन्ह सामने आएंगे जिसमें पसंदीदा अभ्यर्थी के नाम पर अपना बटन दबा सकेंगे। इससे मतदाताओं को मतपत्र पर अलग-अलग मुहर लगाने से छुट्टी मिल जाएगी तथा वोटिग में आसानी होगी।
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बनेगा ईवीएम कल्स्टर
पंचायत आम निर्वाचन लोक सभा एवं विधानसभा चुनाव से थोड़ा भिन्न है। विस और लोस चुनाव में मतदान के दिन ईवीएम खराब होने पर उक्त विस क्षेत्र के निर्वाची स्तर के अधिकारी से पूर्व में तैयार ईवीएम से रिप्लेस कर दिया जाता है। लेकिन पंचायत चुनाव में मल्टीपोस्ट ईवीएम का प्रयोग किया जाएगा जिसमें केंडिडेट सेटिग कर उसे तत्काल बदला नहीं जा सकता है। बल्कि तकनीकी गड़बड़ी होने पर मतदान केंद्र के अनुसार केंडिडेट सेटिग करना होगा। इसलिए मतदान के लिए 15 बूथों को मिलाकर ईवीएम कल्स्टर बनाया जाएगा जहां मल्टीपोस्ट ईवीएम सुरक्षित रखा जाएगा। ताकि गड़बडी की सूचना मिलने पर 15 से 30 मिनट के अंदर वहां ईवीएम पहुंचाया जा सके।
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जिले में 3993 ईवीएम से होगा चुनाव
पंचायत चुनाव के लिए जिले में 3472 बूथ का निर्माण किया जाएगा जहां मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे। इसके लिए यहां 3993 ईवीएम की आवश्यकता होगी। जिसमें 15 फीसद ईवीएम सुरक्षित रखे जाएंगे जिसका उपयोग तकनीकी खामियों वाले ईवीएम के बदले किया जाएगा। पूरे जिले में एक ही चरण में चुनाव होना है। साथ ही इस बार एक बार में प्रंमंडल के एक ही जिले में चुनाव होगा। चुनाव बाद एसडीएमएम को सुरक्षित रखने के बाद उस ईवीएम को प्रमंडल के दूसरे जिले में भेजा जाएगा। दूसरे जिले में अधिकतम दो दिनों में ईवीएम को भेजा जाना है। उक्त ईवीएम के परिचालन के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी को मूवमेंट प्लान तैयार कर चुनाव आयोग को भेजना का निर्देश दिया गया है।
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