चलो गांव की ओर: डूबते बाढ़ में खुशहाल जिदगी की उम्मीद के साथ जीते हैं गिरदा पंचायतवासी

ज्योतिष झा, जोकीहाट, (अररिया): जोकीहाट प्रखंड मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर दक्षिण में स्थित गिरदा पंचायत बाढ़ से हर साल रुबरू होता है। पंचायत वासियों के जीवन का मानो बाढ़ हमसफर बन गया हो। डूबती जिदगी के बीच भी यहां के लोगों का हौसला देखते ही बनता है। किसी भी कीमत पर यहां के बुजुर्ग और युवा हार मानने को तैयार नहीं। चाहे दुखदाई बाढ़ हो या राजनीति का मैदान। खास बात यह कि यह पंचायत सामाजिक सौहार्द का बेमिसाल उदाहरण है। यहां सभी लोग मिलजुल रहते हैं। एक दूसरे की समस्या में बढ़-चढ़कर लोग हिस्सा लेते हैं। पिछले दस वर्षों से शमी अब्दुल मन्नान के लोग ही मुखिया की कुर्सी पर काबिज हैं। पहले मां थीं लेकिन पिछले पांच सालों से उनकी पत्नी बीबी फरहाना खातून मुखिया हैं।


पंचायत की चौहद्दी
गिरदा पंचायत उत्तर में सिसौना, दक्षिण में चकई, पूरब में दभड़ा और पश्चिम में मटियारी पंचायत है।
-------------- मुखिया के विकास के दावे
गिरदा पंचायत की मुखिया बीबी फरहाना खातून ने बताया कि राजनीति का मतलब सेवा होता है। चौबीस घंटे जनता की सेवा करने को तैयार रहती हूं। पंचायत के लोग बारह बजे फोन किया तो मेरे पति सहित पूरे परिवार उनकी सेवा के लिए तैयार रहते हैं। यही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। पांच वर्षों में सिर्फ विकास ही नहीं किया बल्कि सम्मान, समानता और न्याय के साथ विकास किया है। खास बात यह कि सरकार से जितनी भी राशि आवंटित हुआ उसमें सौ प्रतिशत खर्च कर चुकी हूं। मेरे पंचायत में चौदह वार्ड और चार राजस्व गांव है जहां वोट दिया वहां भी और जहां वोट नहीं दिया वहां भी विकास कार्य हुआ है। मेरे पंचायत में हिदू मुस्लिम मिलाकर अठारह जाति, उपजाति हैं। हर जाति और बिरादरी वाले वार्डों में काम किया है। सात निश्चय योजना, चौदहवीं वित्त सहित सभी योजनाओं का लाभ बिना पक्षपात के पंचायतवासियों तक पहुंचाया। मेरा काम आइने की तरह झलकता है। किसी भी विपक्षी को देखना हो तो पंचायत कार्यालय पहुंचकर कैश बुक और सभी पंजी देख ले। मुखिया ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास प्लस में पंद्रह सौ सैंतीस लोगों का नाम जोड़ा गया है जिन्हें अगले वित्त वर्ष में लाभ मिलेगा। सभी पात्र छह सौ लाभुकों को सौ फीसदी आवास का लाभ मिल गया है। शेष 21 लाभुकों को जल्द मिलेगा। संवेदक की उदासीनता के कारण नल योजना का लाभ अधिकतर लोगों को नहीं मिल सका है। मुखिया प्रतिनिधि शमी अब्दुल मन्नान ने बताया कि सात निश्चय योजना में 145 योजनाओं को धरातल पर उतारा जिसमें पीसीसी सड़क, पेबर ब्लाक सड़क और नाला का निर्माण किया गया। सात जगहों पर पक्की सड़क पर आदेशानुसार ड्रेन बनाया गया ताकि जल जमाव नही हो। प्रखंड में सबसे बड़ा नाला निर्माण योजना गिरदा में उतारा गया है। करीब आठ हजार फीट नाला निर्माण किया गया है जिससे चापाकल का गंदा पानी सड़कों पर नहीं बल्कि नाले के जरिए पास होता है। चार सार्वजनिक शौचालय बनाया गया। घर घर शौचालय योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। सिर्फ बीस प्रतिशत लोगों को ही प्रोत्साहन राशि मिली है। अतिक्रमण स्थल की संभावना वाले दो कब्रिस्तान थपकोल और बनमोत्तर की घेराबंदी पंचम वित्त योजना से किया गया। गौशाला 45 बनकर तैयार है लेकिन प्रोत्साहन राशि अबतक नही मिली है। मूल समस्या यह थी कि गिरदा वार्ड नंबर सात में कब्रिस्तान जाने का रास्ता नही था जिसमें पक्की सड़क और कलवर्ट बनाकर रास्ता बनाया गया। बरसात के दिनों में काफी कठानाई होती थी। अधिकतर सार्वजनिक स्थलों को पक्की सड़क से जोड़ दिया गया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन नौ सौ बुजुर्गों, विधवा और विकलांग को मिल रहा है जबकि तकनीकी कारणों से 124 लोगों को लाभ नही मिल रहा है करीब तीन सौ आवेदन लंबित हैं। नये राशन कार्ड से वंचित करीब बारह सौ लोगों ने आवेदन दिया है। अबतक मात्र बहत्तर लोगों को राशन कार्ड मिला है। बाढ़ की समस्या मुख्य समस्या है। बकरा और कनकई का पानी से बाढ़ की समस्या उत्पन्न होती है। पंचायत में प्रधानमंत्री सड़क पूरी तरह ध्वस्त है जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी होती है। इस कार्य के लिए विधायक और सांसद से भी बार बार अपील की गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
वार्ड दो के दिलीप कुमार साह ने बताया कि नाली निर्माण, पेबर ब्लाक से सड़क निर्माण का कार्य हुआ है। मेरे पिताजी अनिरुद्ध प्रसाद साह को प्रधानमंत्री आवास मिली है। मुखिया चौबीस घंटे लोगों की सेवा को तैयार रहते हैं। कोई समस्या होने पर वे हमेशा मददगार साबित होते हैं।
अब्दुल रहमान, वार्ड नंबर एक ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास, घर घर सड़क, पक्की नाली भी हमारे वार्ड में बनाया गया है। पहले जल जमाव होता था लेकिन नाला निर्माण से यह समस्या करीब करीब खत्म हो गई है। चार पांच सौ परिवारों के चापाकल का पानी निकासी के लिए आठ हजार फीट नाला बना है। जिसका पानी हमेशा सड़क पर लगा रहता था। लोगों में विवाद भी होता रहता था। अब पानी सीधे नाले में जाती है। विवाद को विराम लगा है। पंचायत के सबा अंजुम ने मुखिया के विकास कार्यों से असंतोष जताया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान मुखिया वोट की राजनीति करते हैं। जहां वोट मिला वहीं काम किया। नाला निर्माण की गुणवत्ता खराब है। कई जगह बनने के कुछ दिनों बाद ही टूट गया। वार्ड नंबर छह में नाला ढलाई हुए पंद्रह दिन बीते ही थे कि टूटने लगा है। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना में अवैध वसूली की जाती है। वृद्धा पेंशन, राशन कार्ड निर्माण में भी मुखिया रूचि नहीं लेते हैं जिस कारण बुजुर्गों को भटकना पड़ता है। विकास के दावे खोखले हैं।
मो. मोईनुद्दीन वार्ड नंबर तीन नाली, सड़क प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिला है। पहले हम मुखिया फरहाना खातून के विरोधी थे। वार्ड में काम नही करने के कारण विरोध करते थे। हमारे वार्ड में अधिकतर गरीब मजदूर लोग हैं। पिछले वर्ष 2011-16 में पानी और कीचड़ में जाना पडता था। नाला बनने से अभी हालात ठीक है। बाढ़ में कठिनाई होती थी। विरोध करने के बाद काम हुआ। जबादुल हक वार्ड ग्यारह ने बताया कि वे महाराष्ट्र के शोलापुर जिले में काम करता हूं। मुखिया पति मन्नान भाई का हर परिवार पर ध्यान रहता है। घरेलू विवाद के मामले में भी बारह बजे रात बोलता हूं तो तुरंत मामला सलटा लिया जाता है।
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पंचायत का नाम- गिरदा आबादी- 20 हजार मतदाता- 8500 क्षेत्रफल-10 वर्ग किलोमीटर साक्षरता-60 प्रतिशत राजस्व गांव- चार स्कूल: आठ स्वास्थ्य केंद्र: दयनीय स्थिति सड़क की स्थिति: जर्जर पल-पुलिया: संतोषजनक मुख्य रोजगार- कृषि मुख्य समस्या: बाढ़ व बेरोजगारी
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