टी-20 में आज भारत से टेस्ट सिरीज़ की हार का बदला लेने उतरेगा इंग्लैंड

जीत के रथ पर सवार विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम अब इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शुक्रवार से शुरू होने जा रही पाँच टी-20 मैचों की सिरीज़ खेलने के लिए तैयार है.

इससे पहले चार टेस्ट मैच की सिरीज़ भारत ने 3-1 से अपने नाम की. इस टेस्ट सिरीज़ से पहले भारत ऑस्ट्रेलिया को उसी की ज़मीन पर चार टेस्ट मैच की सिरीज़ में 2-1 से हरा चुका था, दूसरी तरफ़ इंग्लैंड भी श्रीलंका से उसी की ज़मीन पर दो टेस्ट मैच की सिरीज़ एकतरफ़ा 2-0 से जीत चुका था.
इंग्लैंड ने तो कप्तान जो रूट की करिश्माई बल्लेबाज़ी के दम पर ही श्रीलंका को परास्त कर दिया था, लेकिन भारत को ऑस्ट्रेलिया से जीतने के लिए नाकों चने चबाने पड़े. टीम के हर खिलाड़ी ने ऐसा प्रदर्शन किया कि सारी दुनिया वाह वाह कर उठी.
उसकी सुहानी यादें अब भले ही इतिहास का हिस्सा हैं, लेकिन उस सिरीज़ के संघर्ष को भारत इंग्लैंड टेस्ट सिरीज़ ने भुला दिया. चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच के अलावा बाक़ी तीनों मैच तो पाँच दिन भी नहीं चल सके.
खिलाड़ियों के प्रदर्शन से ज़्यादा चर्चा पिच की रही. ख़ासकर अहमदाबाद की पिच ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर सुर्ख़ियाँ बटोरी.
अब टी-20 मैचों की सिरीज़ के लिए पिच भी वही है और स्टेडियम भी वही है. क्रिकेट के सबसे छोटे लेकिन सबसे दिलचस्प और हैरतअंगेज़ परिणाम देने के लिए मशहूर हो चुके पाँचो टी-20 मुक़ाबले अहमदाबाद में ही खेले जाएँगे, लेकिन अब पिच रनों से भरपूर मिलेगी.
टी-20 वर्ल्ड कप से पहले महत्वपूर्ण है ये सिरीज़
वैसे तो आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप भारत में ही अक्तूबर-नवंबर में खेला जाएगा, जो अभी दूर है, लेकिन इस सिरीज़ को उसकी छोटी सी तैयारी के तौर पर देखा जा सकता है.
वहीं भारत के उप कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि भारत-इंग्लैंड सिरीज़ टी-20 वर्ल्ड कप के लिए रिहर्सल नहीं है. उनका मानना है कि अगर आप वर्तमान पर ध्यान लगाएँगे, तभी भविष्य उज्ज्वल होगा.
अब अगर रोहित शर्मा ऐसा कह रहे हैं तो सही ही कह रहे होंगे. आख़िरकार उनका बल्ला भी तो बोल रहा है. इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने जिस बेख़ौफ़ मगर ज़िम्मेदाराना अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की, उसे देखकर क्रिकेट समीक्षक भी कह उठे कि अगर रोहित शर्मा ऐसा नहीं खेलते तो सिरीज़ का परिणाम दूसरा भी हो सकता था.
यह रोहित शर्मा ही थे, जिन्होंने किसी भी मैच की पिच की आलोचना नहीं की.
पिंक बॉल डे-नाइट टेस्ट मैच ढाई दिन में ही समाप्त होने के बाद भी उन्होंने कहा कि पिच में कोई भूत नहीं था. अब टी-20 सिरीज़ को लेकर रोहित शर्मा का मानना है कि युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को लेकर ज़रूर चिंतित होंगे, लेकिन यह वरिष्ठ खिलाड़ियों की ज़िम्मेदारी है कि वह उन्हें किसी भी दबाव से मुक्त रखें.
टी-20 क्रिकेट में बराबरी पर हैं दोनो टीमें
भारत और इंग्लैंड के बीच अभी तक 14 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबले खेले गए है. दोनों टीमों ने सात-सात मुक़ाबले जीते हैं, जो बताता है कि वह कितने रोमांचक रहे हैं.
इससे पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन मैचों की टी-20 सिरीज़ 2-1 से अपने नाम की थी. पिछले पाँच में से चार मुक़ाबले भारत ने जीते.
गेंदबाज़ों की फ़िटनेस चिंता का कारण
भारत और इंग्लैंड के बीच शुक्रवार से शुरू होने जा रही टी-20 सिरीज़ से पहले ख़बर आई कि लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती फ़िटनेस टेस्ट में फेल होने के कारण सिरीज़ से बाहर हो गए हैं.
उनके अलावा तेज़ गेंदबाज़ टी नटराजन भी चोट के कारण सिरीज़ के शुरूआती मुक़ाबले शायद ही खेल पाएँ. इसके बावजूद गेंदबाज़ी भारत के लिए चिंता की बात नहीं है. चिंता की बात तो यह है कि खिलाड़ी टीम में जगह बनाने के बाद भी अपनी फ़िटनेस बरक़रार नहीं रख पा रहे है.
इनमें राहुल तेवतिया का नाम भी है. वह पहले फ़िटनेस टेस्ट में नाकाम हो गए है. उनकी जगह राहुल चाहर के पास टीम में जगह बनाने का अवसर होगा.
कप्तान विराट कोहली ऐसी स्थिति को लेकर कह चुके हैं कि फ़िटनेस को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता.
ऐसे में भारत के पास तेज़ गेंदबाज़ के रूप में बेहद अनुभवी भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी के अलावा स्पिनर के तौर पर अक्षर पटेल, युज़वेंद्र चहल, दीपक चाहर और वाशिंगटन सुंदर है. हार्दिक पांड्या कितने ओवर कर पाएँगे, कहना मुश्किल है.
भुवनेश्वर कुमार चोटिल होने के लगभग एक साल बाद भारतीय टीम में वापसी कर रहे है. उन्होंने अपना आख़िरी टी-20 मुक़ाबला दिसंबर 2019 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ खेला था.
भुवनेश्वर कुमार अभी तक 43 टी-20 मैचों में 41 विकेट हासिल कर चुके है. उनकी वापसी से कप्तान विराट कोहली ख़ुश हैं और उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर कुमार पहले भी भारतीय टीम की जीत में हिस्सा रहे है. उन जैसे अनुभवी गेंदबाज़ की इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इस सिरीज़ में ज़रूरत है.
भुवनेश्वर कुमार का साथ शार्दुल ठाकुर दे सकते है. शार्दुल ठाकुर ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया था. वह अभी तक 16 टी-20 मैच में 23 विकेट लेकर अपना दमख़म दिखा चुके है.
एक तरफ़ जहाँ युज़वेंद्र चहल का खेलना तय है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका साथ देने के लिए विराट कोहली अक्षर पटेल को टीम में रखते हैं या तीसरे तेज़ गेंदबाज़ के रूप में दीपक चाहर को मौक़ा देते हैं.
वैसे अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ में 27 विकेट लेकर अपना दावा मज़बूती से पेश कर दिया है. उनकी गेंदें इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों के लिए अबूझ पहेली ही बनी रही.
बल्लेबाज़ी पर रहेगा दारोमदार
जसप्रीत बुमराह जैसे यार्कर के माहिर तेज़ गेंदबाज़ की ग़ैर-मौजूदगी में भारतीय आक्रमण एक नज़र में थोड़ा कमज़ोर लगता है, ऐसे में टीम का दारोमदार बल्लेबाज़ी पर रहेगा. रोहित शर्मा का साथ केएल राहुल देंगे. कप्तान विराट कोहली भी इसके संकेत दे चुके हैं.
विराट कोहली चाहें तो बल्लेबाज़ी को मज़बूत करने के लिए केएल राहुल को मध्यमक्रम में भी इस्तेमाल कर सकते है. ऐसे में शिखर धवन को भी टीम में जगह मिल सकती है.
इनके अलावा ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या और वाशिंगटन सुंदर हैं. केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया दौरे में भी थे, लेकिन एक भी टेस्ट मैच नहीं खेल सके थे और ना ही इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ खेल सके.
केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहले टी-20 मैच में 51 और दूसरे में 30 रन बनाए. वैसे केएल राहुल 44 टी-20 मैचों में दो शतक के साथ 1542 रन बना चुके है.
रोहित शर्मा तो 108 मैचों में चार शतक सहित 2773 रन बना चुके हैं, साथ ही इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा. विराट कोहली अपनी कप्तानी में टेस्ट सिरीज़ जीतकर उत्साहित हैं. वह भी 84 मैच में 2928 रन बना चुके हैं.
इनके बाद ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या और वाशिंगटन सुंदर भी मैच जिताने की क्षमता रखते है. इन सबके बीच श्रेयस अय्यर भी हैं, जो पिछले काफ़ी समय से मध्यक्रम में बल्लेबाज़ी कर रहे हैं.
इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी में है गहराई
टेस्ट सिरीज़ में भले ही इंग्लैंड के बल्लेबाज़ स्पिन के लिए मददगार विकेट पर नौसिखिया नज़र आए और मात खा गए, लेकिन टी-20 क्रिकेट में वह माहिर हैं और दुनिया की नंबर एक टीम भी है.
जेसन रॉय के अलावा जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो, डेविड मालान, कप्तान इयोन मॉर्गन, बेन स्टोक्स, मोईन अली और सैम करेन तक अच्छी बल्लेबाज़ी है. सैम करेन तो सम्पूर्ण क्रिकेटर हैं. वह बाएँ हाथ के तेज़ गेंदबाज़ हैं और तेज़ी से बल्लेबाज़ी करने में माहिर हैं. पिछले आईपीएल में उन्होंने 186 रन बनाने के अलावा 13 विकेट भी झटके.
जेसन रॉय अपनी फ़िटनेस के कारण पाकिस्तान के ख़िलाफ टी-20 सिरीज़ और पिछले आईपीएल से दूर रहे, लेकिन वह बेहद आक्रामक बल्लेबाज़ हैं. जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स को भी आईपीएल में खेलने की वजह से भारतीय पिचों का अच्छा ख़ासा अनुभव है.
वास्तव में यह नाम इंग्लैंड के जाने पहचाने नाम हैं, जिनके दम पर इंग्लैंड ने पिछला एकदिवसीय विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट भी जीता. यह सिरीज़ पाँच मैचों की है, जिसमें एक बार अगर इन बल्लेबाज़ों ने लय पकड़ी, तो भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
संतुलित है इंग्लैंड की गेंदबाज़ी
जोफ्रा आर्चर, क्रिस जॉर्डन, आदिल राशिद, मार्क वुड, सैम करेन, टॉम करेन, मोईन अली और बेन स्टोक्स जैसे आलराउंडर और तेज़ गेंदबाज़ों के अलावा स्पिनरो के साथ टी-20 सिरीज़ खेलने जा रही इंग्लैंड की गेंदबाज़ी बेहद मज़बूत लग रही है.
जोफ्रा आर्चर, क्रिस जॉर्डन, मार्क वुड के पास तेज़ गेंदबाज़ी का अनुभव है साथ ही युवा सैम करेन भी हैं. आर्चर टेस्ट सिरीज़ में बाहर भी हो गए थे, लेकिन अब पूरी तरह फ़िट हैं. मोईन अली और आदिल राशिद की स्पिन गेंदबाज़ी क्षमता को सब जानते है. आदिल राशिद 52 मैचों में 51 विकेट ले चुके हैं.
टेस्ट सिरीज़ के दौरान इंग्लैंड के कई खिलाड़ी चौथे टेस्ट मैच में गर्मी के कारण बीमार भी हो गए थे, ऐसा बेन स्टोक्स ने कहा था. उन्होंने कहा कि 41 डिग्री तापमान में खेलना मुश्किल था.
उनके अनुसार उनका वजन एक सप्ताह में पाँच किलो कम हो गया था. स्टोक्स ने यह भी कहा कि यह कोई बहाना नहीं नहीं है, क्योंकि हर कोई खेलने के लिए तैयार था.
गर्मी तो ख़ैर अब भी होगी और बढ़ेगी भी, लेकिन राहत की बात हैं कि सभी पाँचों मुक़ाबले शाम को शुरू होंगे.
इंग्लैंड टेस्ट सिरीज़ की हार का बदला लेने के लिए पूरी जी जान लगाएगा, तो भारत भी जीत की राह से भटकना नहीं चाहेगा.
ऐसे में दोनों टीमों में कौन अधिक ताक़तवर है, यह जानने के लिए शुरूआती मुक़ाबले का इंतज़ार तो करना ही होगा.
,
source: bbc.com/hindi

अन्य समाचार