प्रारंभिक विद्यालयों में भी लगेगी स्मार्ट क्लास

जागरण संवाददाता, सुपौल: विद्यालय विकास मद की राशि का उपयोग विद्यालय प्रधान आनंद कक्ष के निर्माण में भी कर सकते हैं जिससे प्ले स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में नामांकित कक्षा एक के बच्चे भी खेल-खेल के माध्यम से पढ़ाई कर सकते हैं। आनंद कक्ष में बच्चे क से कबूतर ख से खरगोश पढ़ेंगे। इससे पहले इस राशि का उपयोग विद्यालयों की मरम्मत अथवा अन्य कार्यों में किया जाता था। वित्तीय वर्ष 2020- 2021 में मिली इस राशि का उपयोग कई विद्यालयों ने आनंद कक्ष निर्माण में किया है। आनंद कक्ष बन जाने से विद्यालयों में बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा। पिपरा प्रखंड के कन्या मध्य विद्यालय कटैया रही में इस राशि से आनंद कक्ष बनाया गया है। कक्ष को आकर्षक रंगों से रंगने के साथ-साथ इसकी दीवारों पर कई तरह के चित्र बनाए गए हैं जिससे बच्चे इन चित्रों को देखकर पढ़ेंगे। विद्यालय प्रधान बंदे लाल विहंगम ने बताया कि विद्यालय विकास मद से बनाए गए इस कक्ष को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। इस कक्ष को आधुनिक संसाधनों से भी लैस किया गया है। कक्ष में वाल पेंटिग कराई गई है तथा बच्चों के बैठने की बेहतर व्यवस्था की गई है। बताया कि कक्ष निर्माण का मकसद है कि विद्यालयों में बेहतर शिक्षण का माहौल बनाया जाए। निश्चित रूप से कक्षा एक के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। आनंद कक्ष शुरू हो जाने के बाद बच्चों में सीखने की ललक भी बढ़ेगी तथा बच्चे खेल-खेल के माध्यम से बहुत कुछ सीख लेंगे। बताया कि नए सत्र में इस कक्ष का उपयोग होना शुरू हो जाएगा। आने वाले दिनों में इस कक्ष में टीवी भी लगाया जाएगा जिसके माध्यम से बच्चों को पढ़ाया और सिखाया जाएगा। -------------------------------------संवाद सूत्र, छातापुर (सुपौल): अक्षर आंचल योजना के तहत प्रथम चरण में प्रखंड के नौ साक्षरता केंद्रों पर कदाचार मुक्त वातावरण में परीक्षा संपन्न हुई। परीक्षा को लेकर उत्साह का माहौल बना हुआ था। प्रखंड के मध्य विद्यालय बलुआ बाजार, मध्य विद्यालय लक्ष्मीनियां, मध्य विद्यालय भीमपुर, मध्य विद्यालय महद्दीपुर, मध्य विद्यालय छातापुर, मध्य विद्यालय चकला मकतब, मध्य विद्यालय चरणे, मध्य विद्यालय रामपुर और मध्य विद्यालय चुन्नी परीक्षा केन्द्रों पर संबंधित प्रधानाध्यापक और संकुल समन्वयक के देखरेख में बुनियादी साक्षरता परीक्षा संपन्न हुई। केआरपी पूनम पाठक और उमेश उजाला ने कहा कि इस परीक्षा में नवसाक्षर महिलाएं जो 15 से लेकर 45 वर्ष की है वो शामिल हुई। परीक्षा सुबह 10 बजे से लेकर संध्या चार बजे तक चली। मौके पर मध्य विद्यालय छातापुर में प्रधानाध्यापक कुसुमकला कुमारी, मध्य विद्यालय चकला मकतब में विभा कुमारी, मध्य विद्यालय रामपुर में जैनेन्द्र मरीक, मध्य विद्यालय महद्दीपुर विपिन कुमार, मध्य विद्यालय चुन्नी पृथ्वीराज पासवान, मध्य विद्यालय भीमपुर वीणा कुमारी, संकुल समन्वयक डॉ श्याम सुन्दर शर्मा, चंदन कुमार चंदन आदि थे।प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर सफलता पूर्वक परीक्षा संपादन के लिए निरंतर मूल्यांकन किया जा रहा था।


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