किसान संघर्ष यात्रा पहुंची सुपौल, हुआ स्वागत



जागरण संवाददाता, सुपौल: किसान संघर्ष यात्रा शनिवार को छातापुर बाजार से त्रिवेणीगंज, पिपरा, राघोपुर, निर्मली, सरायगढ़-किसनपुर में सभा करते हुए शाम में सुपौल स्टेशन चौक पहुंची। स्टेशन चौक पर एक्टू के जिला सचिव सह माले नेता अरविद कुमार शर्मा के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने यात्रियों का स्वागत किया। इसके बाद नुक्कड़ सभा हुई।
सभा को संबोधित करते हुए जयनारायण यादव और भारतभूषण ने कहा कि हमारे देश के अन्नदाता अपने अनाज और खेती को कॉरपोरेटों के हाथों गुलाम होने से बचाने को लेकर एक सौ दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के मोर्चे पर डटे हुए हैं। इसमें लगभग तीन सौ के करीब किसान अपनी शहादत दे चुके हैं। यह आंदोलन देश में विस्तार पा चुका है। यह भाजपा को सत्ता से बाहर करने के संकल्प के साथ आजादी की दूसरी लड़ाई बन गई है। मोदी सरकार आंदोलन को कमजोर करने का कुचक्र रचकर भी सफल नहीं हो पा रही है।
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भाजपा- जदयू की सरकार ने बिहार में 2006 में ही एपीएमसी को खत्म कर तथा डी बंधोपाध्याय आयोग के सिफारिशों को रद्दी की टोकरी में फेंककर छोटे मझोले बटाईदार किसान-मजदूरों की कमर तोड़ चुकी है। बिहार में बटाईदार और भूमिहीन किसानों ने सरकार निबंधन कराने तक को तैयार नहीं है। मोदी सरकार के बहुप्रचारित किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेना तो दूर की बात है।
कहा ये तीनों कृषि कानून खेती को बर्बाद कर देंगे। खाद्य संकट पैदा करेंगे और जनवितरण, पोषाहार, आंगनबाड़ी जैसी योजनाएं ध्वस्त हो जाएगी। आवश्यक वस्तुओं की अकूत भंडारण की अनुमति कालाबाजारी और व्यापक महंगाई का विस्तार करेगी। इसकी सबसे अधिक मार गरीबों और आमलोगों को झेलनी होगी। उनका जीवन और संकटग्रस्त हो जाएगा।
किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि 18 मार्च को तीनों कृषि कानून को उलट देने के लिए हजारों हजार की संख्यां में पटना गांधी मैदान पहुंचे और विधानसभा का घेराव करें। सभा को एक्टू के जिलाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी, ट्रेड यूनियन नेता फूलदेव पासवान, रामचंद्र शर्मा, मुकेश यादव, मु. मन्नान, रहमतुल्लाह, मु. फिरोज, गुणेश्वर मंडल, हकरू सादा, उपेंद्र सादा, लीला देवी, हीरा देवी, ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाइज यूनियन के नेता संजीव मिश्रा ने भी संबोधित किया। ----------------------------------------संवाद सूत्र, राघोपुर(सुपौल): प्रखंड क्षेत्र स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा दो दिवसीय किसान क्षमता विकास मेला सह परिभ्रमण में शरीक होने के लिए क्षेत्र के किसानों को मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर सहरसा ले जाया गया। किसान मेला सह परिभ्रमण कार्यक्रम में केंद्र के वरीय वैज्ञानिक प्रधान ई प्रमोद कुमार चौधरी, डॉ. मनोज कुमार, ज्ञानचंद के सहयोग से किसान मेला में तकनीकी परिवर्तन कराकर कई कृषि संबंधी आकर्षक टिप्स दिए जाएंगे। विदित हो कि परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत जैविक खेती को बढ़ावा देने हेतु चयनित गांव के अनुसूचित किसानों को खेती करने में तकनीकी ज्ञान आवश्यक है। कम लागत में अधिक उपज कर आमदनी को दोगुना करने से किसानों की माली हालत में सुधार आएगा एवं आसानी से जैविक खाद से उपजे साग-सब्जी उपभोक्ताओं को उपलब्ध होगा। वैज्ञानिक को की टीम ने बताया कि परिभ्रमण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य टिकाऊ खेती जलवायु प्रभावित होगी।
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