तरियानी में सड़क निर्माण में गड़बड़ी की आज होगी जांच

तरियानी । तरियानी प्रखंड के वैद्यनाथपुर -छपरा पथ में निर्मित सड़क में अनियमितता की जांच मंगलवार को होगी। पटना से 16 सदस्यीय टीम तरियानी पहुंचकर मामले की जांच करेगी। असकी जानकारी ग्रामरण कार्य प्रमंडल के सहसयक अभियंता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की है। बताते चलें कि उक्त सड़क में अनियमितता से संबंधित खबर सोमवार को दैनिक जागरण ने पृष्ठ संख्या पांच पर ''तरियानी में सड़क निर्माण में गड़बड़ी, संवेदक को दोबारा बनाने का आदेश '' शीर्षक से प्रकाशित की थी। इसके बाद राज्य सरकार ने खुद मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच का आदेश दिया है। साथ ही इसके लिए 16 सदस्यीय टीम गठित की है। बताते चलें कि,

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तरियानी में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के तहत निर्मित वैद्यनाथपुर -छपरा पथ की स्वीकृति दी गई। 5.640 किमी लंबी सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी पूर्वी चंपारण जिले के चकिया के कुड़िया दामोदरपुर की सृष्टि सिडिकेट इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को मिली थी। सात अगस्त 2019 को निर्माण शुरू हुआ। छह अगस्त 2020 को निर्माण पूरा कर लिया जाना था। कुल चार करोड़ 22 लाख 43 हजार 931 रुपये की यह योजना जैसे-तैसे पूरी कर दी गई। संवेदक द्वारा इस साल जनवरी तक काम किया गया। निर्माण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई। कही भी मानक का पालन नहीं किया गया। कहीं एक इंच तो कही आधा इंच ढ़लाई की गई। जबकि, कम से कम चार इंच ढ़लाई करना है। नतीजतन सुल्तानपुर के पास यह सड़क ध्वस्त हो गई। अपने गांव पहुंचे पूर्व विधान पार्षद वैद्यनाथ प्रसाद को ग्रामीणों ने शिकायत की। इसके बाद उन्होंने सड़क की स्थिति देखी। साथ ही फोटोग्राफी की। उन्होंने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। साथ ही विभागीय अभियंता को भी इसकी जानकारी दी। उन्होंने मामले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की भी बात कही। इसके बाद सहायक अभियंता सुरेंद्र प्रसाद सिंह मौके पर पहुंचे और सड़क की जांच की। सहायक अभियंता ने खुद माना की निर्माण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां गड़बड़ी हुई है, निर्माण एजेंसी वहां सड़क तोड़कर फिर से मानक के अनुरूप निर्माण कराएगी। उधर, पूर्व विधान पार्षद ने कहा कि, निर्माण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। वहीं सरकारी राशि की लूट की गई है। इसमें संवेदक और अभियंता की मिलीभगत है। उन्होंने बगैर जांच निर्माण एजेंसी को भुगतान किए जाने पर भी सवाल उठाया। वहीं कहा कि अगर मानक के अनुरूप सड़क नहीं बनती है तो वह हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। पूर्व विधान पार्षद द्वारा इस संबंध में राज्य सरकार और विभाग से भी शिकायत की गई।
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