ये हैं 5 कारण, जिनकी वजह से भारतीय टीम ने T20 सीरीज में भी इंग्लैंड का किया काम तमाम

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। 3-1 से टेस्ट सीरीज जीतने वाली टीम इंडिया ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पांचवां टी-20 36 रनों से जीतकर क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की सीरीज भी 3-2 से अपने नाम की। भारत ने कप्तान विराट कोहली (नाबाद 80) और उप कप्तान रोहित शर्मा (64) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की पारी की बदौलत 224 रनों का स्कोर खड़ा किया। पहली ही गेंद पर जेसन रॉय (00) का विकेट गंवाने के बावजूद जोस बटलर (52) और डेविड मलान (68) ने 13वें ओवर में 130 रनों का आंकड़ा छूकर भारतीयों की जान हलक में डाल दी, लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने इसी ओवर में बटलर को आउट करके मैच पलट दिया। भारत ने इस सीरीज के फाइनल मैच को किस तरह जीता, इसकी पांच कारण जान लीजिए।

पहला कारण: भारत की शानदार ओपनिंग
पहले मैच में राहुल-शिखर, दूसरे मैच में इशान-राहुल, तीसरे और चौथे मैच में रोहित-राहुल को ओपनिंग में उतारने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली आखिरी मैच में खुद रोहित के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे। रोहित ने कोहली के साथ आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। दोनों ने पावरप्ले के शुरुआती छह ओवर में 60 रन बनाए। इस बीच रोहित ने 30 गेंदों में करियर का 22वां अर्धशतक लगाया। रोहित ने किसी भी गेंदबाज को नहीं छोड़ा और कप्तान मोर्गन ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए बेन स्टोक्स को लगाया। शुरुआती तीन गेंदों पर रोहित ने छक्का और चौका जड़कर स्कोर बोर्ड को चलाना जारी रखा, लेकिन आखिरी गेंद पर स्लोअर गेंद पर इनसाइड एज लगने के बाद बोल्ड हो गए।

दूसरा कारण: कोहली को मिला साथ
रोहित के आउट होने के बाद कोहली ने रन गति को चलाना जारी रखा। उन्होंने सूर्यकुमार के साथ दूसरे विकेट के लिए 26 गेंदों में 49 रन जबकि तीसरे विकेट के लिए हार्दिक संग 40 गेंदों में नाबाद 81 रनों की साझेदारी निभाई। सूर्यकुमार ने आते ही अपने अंदाज में राशिद की दो गेंदों पर लगातार दो छक्के जड़ दिए। फिर अगले ओवर में जॉर्डन की लगातार तीन गेंदों पर उन्होंने चौकों की हैट्रिक लगा दी। कोहली ने 16वें ओवर में वुड की दूसरी गेंद पर दो रन लेकर 36 गेंदों करियर का 28वां अर्धशतक पूरा किया।
तीसरा कारण: कोहली ने कूटे रने
पारी के आखिरी तीन ओवर में कोहली ने मेहमान टीम के गेंदबाजों को निशाना बनना शुरू किया। उन्होंने 18वां ओवर डालने आए वुड के ओवर में लगातार दो चौके लगाकर 12 रन निकाले। फिर अगले ओवर में जॉडर्न की शुरुआती दो गेंदों पर हार्दिक ने मिड विकेट पर छक्का लगाया तो कोहली ने पांचवीं गेंद पर थर्ड मैन की तरफ चौका लगा दिया। इस ओवर में 18 रन भारत को मिले। आखिरी ओवर में आर्चर की दो गेंदों पर कोहली ने चौका लगाकर टीम को मजबूत स्कोर प्रदान किया।

चौथा कारण: कमाल की गेंदबाजी
जिस पिच पर हर गेंदबाज की कुटाई हो रही थी वहां पर भुवनेश्वर कुमार ने कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने पहली ही गेंद पर इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय को बोल्ड किया और जब मैच इंग्लैंड की तरफ मुड़ रहा था तो टीम इंडिया को बटलर का विकेट दिलाया। जिस विकेट पर जोफ्रा आर्चर ने 10.75, मार्क वुड ने 13.25, क्रिस जॉर्डन ने 14.25, सैम कुर्रन ने 11.00, वाशिंगटन सुंदर ने 13.00, शार्दुल ठाकुर ने 11.25 और नटराजन ने 9.75 के रन रेट से रन दिए वहां भुवनेश्वर कुमार ने चार ओवर में सबसे कम 3.75 के रन रेट से 15 रन दिए।
पांचवां कारण: नकल बॉल का कमाल
15वें ओवर में शार्दुल ठाकुर ने दो नकल बॉल फेंकी और दोनों गेंदों पर विकेट लिए। इस ओवर की तीसरी गेंद पर जॉनी बेयरस्टो (07) सूर्यकुमार यादव को कैच देकर चलते बने तो छठी गेंद पर मलान बोल्ड हो गए। इसके बाद इंग्लैंड की टीम वैसे ही धड़ाम हुई जैसे कोरोनाकाल में शेयर मार्केट गिरा था। कप्तान इयोन मोर्गन (01) और बेन स्टोक्स (14) भी कुछ नहीं कर पाए। आज तक टी-20 में चार बार 225 या उससे अधिक का लक्ष्य हासिल हुआ है। इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो बार यह कारनामा किया था लेकिन भारत के सामने वह फेल हो गया। ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज ने भी टी-20 में एक-एक बार ऐसा किया है।

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