चिह्नित गरीबों को नहीं मिल रहा गोल्डन कार्ड का लाभ

लखीसराय । लखीसराय जिले के अधिकांश चिह्नित परिवार के लोगों को गोल्डन कार्ड का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उक्त योजना के तहत जिले के 80,881 गरीब परिवार के 4,78,676 लोगों को चिह्नित किया गया है, जिसमें से अबतक 66,527 लोगों का ही गोल्डन कार्ड बनाया जा सका है। 17 फरवरी 2021 को आयुष्मान पखवाड़ा शुरू होने के पहले तक जिले में मात्र 36,551 लोगों का ही गोल्डन कार्ड बनाया जा सका था। योजना के चिह्नित शत-प्रतिशत लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने को लेकर 17 फरवरी से चलाए जा रहे आयुष्मान पखवाड़ा के दौरान 29,976 लोगों का गोल्डन कार्ड बनाए जाने के बाद संख्या 66,527 तक पहुंच पाई है। इस योजना के तहत अब तक जिले के 1,339 लोगों का इलाज विभिन्न सरकारी अस्पतालों में किया गया है। इसके एवज में अस्पतालों को 81 लाख 21 हजार 225 रुपये का भुगतान किया गया है।

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केस स्टडी - एक
गढ़ी विशनपुर निवासी संजय कुमार की पत्नी अंजली कुमारी प्रसव कराने सदर अस्पताल पहुंची। सिजेरियन प्रसव कराने की नौबत आई। आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का गोल्डन कार्ड रहने पर उसका सिजेरियन प्रसव कराकर जच्चा-बच्चा की जान बचाई गई। अंजनी कुमारी ने बताया कि आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना उसके लिए वरदान साबित हुई है। सिजेरियन प्रसव कराने में कम-से-कम साठ हजार रुपये खर्च होता जो गरीबी के कारण उसके परिवार से संभव नहीं था। परंतु इस योजना के तहत उसका एवं उसके बच्चा की जान बच गई।
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केस स्टडी - दो
हलसी प्रखंड अंतर्गत लहुआरा निवासी अरूण कुमार की पत्नी मनीता देवी ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी पहुंची। वहां प्रसव नहीं कराया जा सका। उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल में सिजेरियन प्रसव कराकर उसका एवं उसके बच्चा की जान बचाई गई। उन्होंने कहा कि अगर उसका नाम आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में नहीं रहता जो गरीबी के कारण उसका सिजेरियन प्रसव नहीं हो पाता। ऐसी स्थिति में उसका एवं उसके बच्चा की जान भी जा सकती थी।
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कोट
योजना के चिह्नित व्यक्ति को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए शिविर तक लाने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा कार्यकर्ता एवं पंचायत प्रतिनिधियों को दी गई है। आयुष्मान भारत योजना के मरीजों का इलाज कराने के एवज में सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली राशि से सदर अस्पताल सहित जिले के सभी पीएचसी को साधन संपन्न किया जा रहा है। सभी अस्पतालों में जल्दी ही आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने लगेगी।
- डॉ. आत्मानंद कुमार, सिविल सर्जन, लखीसराय
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