बिहार विधानसभा में हुई शर्मसार घटना लोकतंत्र के स्तंभ पर काला धब्बा

विधानसभा घटना को लेकर युवा राजद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

-राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर बिहार सरकार के खिलाफ की नारेबाजी।
फोटो नंबर 24 एआरआर 18
संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया):
बिहार विधानसभा में विधायक की पिटाई मामले एवं कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को फारबिसगंज शहर के स्टेशन चौक पर युवा राजद जिला उपाध्यक्ष युवराज यदुवंशी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। मौके पर कार्यकर्ताओं ने जमकर बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिला उपाध्यक्ष ने कहा कि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और सत्ता संरक्षित अपराध के विरोध में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा प्रस्तावित लोकतांत्रिक तरीके से विधानसभा मार्च एवं बिहार पुलिस विशेष शस्त्र अधिनियम बिना बहस के सदन में पेश करने पर विरोध करने वाले विधायकों पर नीतीश कुमार के इशारे पर बर्बरतापूर्ण तरीके से बलप्रयोग और अपमानजनक व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि कल जिस बर्बरतापूर्ण तरीके से महिला विधायकों का चीरहरण किया गया वह नीतीश कुमार के स्वरूप को उजागर करता है। नीतीश सरकार ने शर्म-हया नागपुरिया दफ्तर में गिरवी रख दिया है। जिस कायरतापूर्ण तरीके से नीतीश कुमार ने अपने सह से अपने पोषित गुंडो के द्वारा बेरोजगार युवाओं पर जानलेवा हमला करने का काम किया है। यह बेशर्मी की पराकाष्ठा है। लोहिया के जन्मदिन पर एक समाजवादी विचारधारा का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। वहीं राजद के जिला उपाध्यक्ष रूपेश राज यादव ने कहा कि नीतीश सरकार ने आवाम के आवाज को दबाने के लिए जो काम किया है यह बिहार के लोकतंत्र पर एक कला धब्बा है। पटना के डीएम और एसपी की भूमिका भी संदेहास्पद है। घटना के बाद नीतीश कुमार का नाम बिहार के लोकतंत्र को शर्मसार करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में जाना जाएगा। मौके पर सरोज यादव, अभिनव हिन्दुस्तानी, जिला महासचिव सिपू मंडल, राजा बाबू, गुडडू झा, राजा कुमार, अमरेंद्र यादव, सागर यादव, विक्की खान, दीपक दिलवर सहित अन्य मौजूद थे।

शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप

अन्य समाचार