IND vs ENG: सैम करन पर काबू पाकर भारत बना चैंपियन, टेस्ट-टी20 के बाद वनडे सीरीज भी हारा इंग्लैंड

भारत ने इंग्लैंड को वनडे सीरीज में भी मात दे दी है. सैम करन (नाबाद 95) ने एक समय टीम इंडिया से मैच छीन ही लिया था लेकिन आखिरी दो ओवर में हार्दिक पंड्या और टी नटराजन ने मैच को भारत की झोली में डाल दिया. पुणे में आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया (Team India) ने सात रन से रोमांचक जीत दर्ज की. इसके साथ 2-1 से उसने वनडे सीरीज जीत ली. इंग्लैंड (England) इस दौरे से खाली हाथ गया है. उसे टेस्ट में 3-1 और टी20 में 3-2 से हार झेलनी पड़ी थी. इस तरह से भारत (India) ने तीनों फॉर्मेट में कामयाबी हासिल की. आखिरी वनडे में भारत ने इंग्लैंड के सामने 330 रन का लक्ष्य रखा था. उसकी ओर से ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या और शिखर धवन ने अर्धशतक लगाए. लक्ष्य का पीछा करते हुए मेहमान टीम नौ विकेट पर 322 रन ही बना सकी. रन पर ही सिमट गई. भुवनेश्वर कुमार और शार्दुल ठाकुर गेंदबाजी में भारत के नायक रहे.

भारत के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड के ओपनर जेसन रॉय (14) ने शुरुआत तो ताबड़तोड़ अंदाज में की. उन्होंने भुवनेश्वर कुमार की पहली पांच गेंद में तीन चौके जड़ दिए. लेकिन आखिर में जीत भुवी की हुई जिन्होंने आखिरी गेंद पर रॉय को बोल्ड कर दिया. भुवी ने अगले ओवर में पिछले मैच के शतकवीर जॉनी बेयरस्टो (1) को चलता कर दिया. बेन स्टोक्स भी सस्ते में निपट जाते लेकिन 15 रन पर हार्दिक पंड्या ने उनका आसान सा कैच टपका दिया. फिर स्टोक्स और डेविड मलान ने झटकों से टीम को उबारते हुए रनगति को बनाए रखा. इंग्लैंड ने पहले पावरप्ले को दो विकेट पर 66 रन के साथ समाप्त किया. स्टोक्स एक बार फिर से भारत के लिए खतरा बन रहे थे. मगर बाएं हाथ के गेंदबाज टी नटराजन ने उन्हें आउट कर भारत को बड़ी कामयाबी दिलाई. स्टोक्स 35 रन बनाने के बाद शिखर धवन के हाथों कैच आउट हुए.
जोस बटलर की खराब फॉर्म वनडे सीरीज में जारी रही. 15 रन के स्कोर पर शार्दुल ठाकुर ने उन्हें चलता कर दिया. इंग्लैंड के चार विकेट 95 रन पर गिर गए थे. लेकिन उसके बल्लेबाजों ने रनगति को गिरने नहीं दिया. डेविड मलान और दूसरा ही वनडे खेल रहे लियाम लिविंगस्टोन ने तेजी से रन बनाना जारी रखा. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की. शार्दुल ने ही इस साझेदारी का अंत किया. उन्होंने अपनी ही गेंद पर लिविंगस्टोन का कैच लपक लिया. वे 36 रन बना सके. अगले ही ओवर में उन्होंने डेविड मलान का भी अंत किया. मलान 50 रन बनाने के बाद शॉर्ट मिडविकेट पर रोहित शर्मा को आसान सा कैच दे बैठे.
बड़े स्कोर की तलाश में 329 रन पर सिमटा भारत
इससे पहले शिखर धवन, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने अर्धशतक जमाए लेकिन बड़ा स्कोर बनाने के प्रयास में भारत 329 रन तक ही पहुंच पाया. भारत का लक्ष्य 360 से अधिक रन का था क्योंकि पिछले मैच में इंग्लैंड ने 337 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया था लेकिन लंबे शॉट खेलने के प्रयास में विकेट गंवाने से वह इस रणनीति में सफल नहीं हो पाया. धवन (56 गेंदों पर 67 रन, 10 चौके) और रोहित शर्मा (37 गेंदों पर 37 रन, छह चौके) ने पहले विकेट के लिये 103 रन जोड़कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन बीच के ओवरों में चार विकेट जल्दी निकलने से स्कोर चार विकेट 157 रन हो गया. इसके बाद ऋषभ पंत (62 गेंदों पर 78) और हार्दिक पंड्या (44 गेंदों पर 64) ने 99 रन जोड़कर स्थिति संभाली. इन दोनों ने समान पांच चौके और चार छक्के लगाये.
शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के बाद ऋषभ और हार्दिक को संभलकर खेलने की भी जरूरत थी जिसमें वे नाकाम रहे. इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इसका फायदा उठाया. भारत ने आखिरी चार विकेट तो आठ रन के अंदर गंवा दिये. इंग्लैंड की तरफ से मार्क वुड ने 34 रन देकर तीन और आदिल राशिद ने 81 रन देकर दो विकेट लिये. सिक्के की उछाल में विराट कोहली का भाग्य फिर से नहीं चला और भारत को पहले बल्लेबाजी के लिये उतरना पड़ा. धवन और रोहित ने शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन इसके बाद 18 रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के अलावा कप्तान कोहली (सात) का विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गई.
कोहली-राहुल रहे नाकाम
राशिद ने रोहित को गुगली पर गच्चा देकर बोल्ड करके भारतीयों की इस तरह की गेंदों को खेलने की कमजोरी फिर उजागर की. धवन भी गुगली को समझने में नाकाम रहे और राशिद को वापस कैच दे बैठे जबकि मोईन अली (39 रन देकर एक) की ऑफ स्टंप के बाहर पिच की गयी गेंद टर्न लेकर लेग स्टंप थर्रा गयी. कोहली इस टर्न से हैरान थे. केएल राहुल (सात) के जल्दी पवेलियन लौट जाने से स्थिति गंभीर लगने लग गयी थी लेकिन ऋषभ और हार्दिक ने अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी की और जल्द ही टीम पर से दबाव भी कम कर दिया. लियाम लिवंगस्टोन (20 रन देकर एक) ने राहुल को शार्ट फाइन लेग पर कैच कराकर अपने करियर का पहला विकेट लिया लेकिन पंत ने उनके अगले ओवर में छक्का और फिर चौका जड़कर उल्टे गेंदबाज पर दबाव बना दिया.
हार्दिक-ऋषभ की तूफानी बैटिंग
हार्दिक ने मोईन के एक ओवर में तीन छक्के लगाये. पंत ने राशिद पर छक्का लगाकर 45 गेंदों पर अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया और फिर सैम करन पर चौका लगाकर पिछले मैच में बनाये गये अपने सर्वोच्च स्कोर 77 रन को पार किया लेकिन इसके तुरंत बाद जोस बटलर ने एक हाथ से उनका कैच लपक दिया. हार्दिक 36 गेंदों पर अपने सातवें अर्धशतक तक पहुंचे और इसी ओवर में राशिद की गेंद छक्के के लिये भेजी लेकिन बेन स्टोक्स (45 रन देकर एक) की गेंद फ्लिक करने में चूकने से बोल्ड हो गये. ठाकुर ने मौके का फायदा उठाया और लंबे शॉट खेलने के अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया. उन्होंने तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों पर 30 रन बनाये. क्रुणाल पंड्या पहले मैच की तरह रंग में नहीं दिखे और उन्हें 34 गेंदों पर 25 रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा. इस बीच वह गेंद को सीमा रेखा तक नहीं पहुंचा पाए.
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