कोरोना के प्रति लापरवाही पड़ सकती है भारी

सुपौल। कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ने लगे हैं। बावजूद इसके सुपौल जिले के लोगों के द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर लापरवाही बरती जा रही है। मास्क का प्रयोग करने व सोशल डिस्टेंसिग जैसी बातों को तो यहां के लोग भूल ही गए हैं। बाजारों में तो गाहे-बगाहे ही लोग मास्क लगाए नजर आते हैं। इधर कभी इस जिले में कोरोना के मामले शून्य आये थे वहीं अब एकाध मामले सामने आने लगे हैं। मंगलवार को कोरोना के चार मामले सामने आये जिनमें से दो प्रतापगंज प्रखंड में तो दो राघोपुर प्रखंड के हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो जहां कोरोना के मरीज मिलते हैं वहां सघन जांच की जाती है। साथ ही ड्रग कीट भी वितरीत किया जाता है। फिलहाल प्रतिदिन पूरे जिले में एक हजार से अधिक व्यक्ति की कोरोना जांच की जाती है। इसके अलावा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर भी प्रतिदिन जांच की जाती है। अभी फिलहाल पूरे जिले में आठ कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं जिनमें 2 वीरपुर, 1 राघोपुर, 1 सरायगढ़-भपटियाही, 2 प्रतापगंज तथा 2 सुपौल में है। इसके अलावा छह कंटेनमेंट जोन के लिए प्रशासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है। इस सब के बावजूद यहां के लोगों को सचेत होना होगा तभी फिर से कोरोना को हराने में कामयाब हो सकते हैं। कोरोना के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है यह बात लोगों को अपने मन में बैठाना होगा। साथ ही कोविड 19 के नियमों का पालन करना होगा। मास्क का प्रयोग हमेशा करना होगा और सोशल डिस्टेंसिग का पालन ईमानदारी से करना होगा।


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