एसटीइटी पास प्रशिक्षित अभ्यर्थी लगाएंगे गुहार

खगड़िया । शहर के कचहरी रोड स्थित यांत्रिक कार्यशाला के सामने बिहार राज्य एसटीइटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, अनियोजित शिक्षक अभ्यार्थी संघ खगड़िया जिला इकाई की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें संघ की मजबूती पर चर्चा के साथ विभिन्न बिदुओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि खगड़िया जिले के युवाओं की करूण पुकार को

बिहार सरकार और शिक्षा विभाग तक पहुंचाने का प्रयास हर स्तर से होगा। वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2011-12 से एसटीइटी प्रमाण पत्र, बीएड प्रमाण पत्र लेकर अभ्यर्थी बिहार के हर जिले में भटक रहे हैं। लेकिन अब तक नियोजन नहीं हुआ है। बिहार सरकार और शिक्षा विभाग के द्वारा सदन में यह स्वीकार किया गया है कि बिहार में पांच हजार 520 विद्यालय बिना शिक्षक बहाली के चल रहे हैं। जहां प्राथमिक और मिडिल स्कूल के शिक्षकों को हाई स्कूल का प्रभार सौंपा गया है। वर्तमान समय में भी बिहार के माध्यमिक विद्यालय

में सिर्फ एक विषय सामाजिक विज्ञान विषय में लगभग 12,000 पद रिक्त हैं। जबकि 2012 में एसटीइटी पास प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की संख्या मात्र चार हजार है। फिर भी बहाली नहीं हो रही है। यह सरकार और शिक्षा विभाग की गलत नीतियों को दर्शाती है। जबकि हजारों रिक्तियां रहने के बावजूद भी छठा चरण बहाली में पूरे बिहार में मात्र 640 सीटें पर बहाली ली जा रही है। जो हम अभ्यर्थियों के साथ न्याय नहीं है। अगर 2011-12 एसटीइटी पास प्रशिक्षित सभी अभ्यर्थियों की बहाली कर दी जाए, तो भी लगभग 8,000 सीट सामाजिक विज्ञान विषय में रिक्त रह जाएंगे। अगले वर्ष बिहार कैबिनेट द्वारा स्वीकृत 33,916 सीटों में भी 5,425 सीट सामाजिक विज्ञान विषय के हैं। फिर भी बहाली नहीं हो रही। हमलोगों की उम्र सीमा और प्रमाण पत्र की वैधता भी समाप्त हो रही है। बिहार कैबिनेट और शिक्षा विभाग के द्वारा एसटीइटी प्रमाण पत्र की वैधता दो साल के लिए बढ़ाई गई थी, लेकिन दो वर्ष में एक भी बहाली नहीं ली गई है। कहा गया कि सरकार और शिक्षा विभाग के पास हजारों बार आवेदन दिया गया है। लेकिन, कुछ भी सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है। इस अवसर पर राजेश यादव, मनेंद्र कुमार, कमलेश कुमार, सुमन कुमारी, हरिवंश कुमार आदि मौजूद थे।
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