खाद्यान्न माफिया के गोदाम की होगी जांच



संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया):
खाद्यान्न की जमाखोरी व कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए वर्ष 1955 में बनाए गए कानून की नरपतगंज प्रखंड के विभाग के अधिकारी पालन नहीं करवा रहे हैं। नरपतगंज प्रखंड मुख्यालय से सटे एक खाद्यान्न माफिया द्वारा कुछेक अधिकारी के परोक्ष संरक्षण में अवैध रूप से जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं से कालाबाजारी के गेहूं चावल खरीदी व बेची जा रही है। इस माफिया के गोदाम में हजारों क्विटल सरकारी अनाज रखे जाने की लगातार सूचना अधिकारी को भी मिल रही है बावजूद इसके अधिकारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। बताया जाता है कि दस साल पहले एक माफिया डीलर के द्वारा ही प्रखंड के सभी जविप्र डीलरों से खाद्यान्न की खरीद कर काला बाजारी में बेचा जाता था। कितु कुछ वर्षों से एक अन्य व्यवसायी द्वारा खाद्यान्न माफिया का भूमिका निभाया जा रहा है। जहां 10 से 15 किलो चावल तक की कालाबाजारी में कड़े दंड का प्रावधान है, 7 एसी तथा 414 तक के धारा लगाए जाते हैं। कितु क्या कारण है कि इतने बड़े पैमाने पर हो रही खाद्यान्न की कालाबा•ारी पर पुलिस व विभाग अधिकारी मौन है। सरकार गरीब गुरबों की भूख मिटाने को लेकर कई योजना चला रही हैं कितु धरातल पर सरकारी नुमाइंदों ही इसे साकार होने में अड़चन लगाते रहे हैं। अपनी जेबे गर्म करने वाले ऐसे सरकारी नुमाइंदे पर कार्रवाई की बात जानकार बता रहे हैं। इधर फारबिसगंज एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया कि जल्द ही टीम गठित कर जांच कर दोषी पर कार्रवाई किए जाएंगे। वही सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल माजीद ने अररिया जिला पदाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच, फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत विभाग के सभी अधिकारियों को पत्र भेजकर माफियाओं पर कार्रवाई करने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि प्रखंड मुख्यालय से सटे होने के के बावजूद इतना बड़ा गोदाम चल रहा है और प्रखंड में बैठे अधिकारी कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं।
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