अमेरिका के स्पोर्ट्स में भारत का डंका, हॉकी के कोच हुए हरेन्द्र

सारण के लाल हरेंद्र अमेरिकी पुरुष हॉकी टीम को करेंगे प्रशिक्षित

भारतीय हॉकी टीम के भी कोच रह चुके हैं हरेंद्र
मुख्य कोच बनाये जाने पर हरेंद्र के गांव में जश्न का माहौल
छपरा। वैश्विक महामारी कोरोना ने दुनिया भर में मायूसी भरी है तो इसी में हुनरमंद भारतीय अपनी प्रतिभा का झंडा भी गाड़ रहे हैं। अमेरिका के स्पोर्ट्स में भारतीय प्रतिभा का डंका बजा है। अब बिहार के सारण के रहने वाले हरेन्द्र सिंह अमेरिकी पुरुष हॉकी टीम को प्रशिक्षित करेंगे। उन्हें यूएसए हॉकी एसोसिएशन ने अमेरिकी पुरुष हॉकी टीम का मुख्य कोच बनाया है। मुख्य कोच बनाये जाने की सूचना मिलते ही हरेंद्र सिंह के गांव दाउदपुर के बतराहा बंगरा में जश्न का माहौल है। युवा से लेकर बुजुर्ग अपने गांव के बेटे व भाई की उपलब्धि पर इतरा रहे हैं। इतराये भी क्यों न, बेटे ने गांव-परिवार के साथ देश का नाम भी रोशन कर दिया है। हरेंद्र सिंह के साथ बचपन में पढ़ाई किये सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मित्र ने गांव को खुशी से झूमने का मौका दिया है। वहीं चाचा धर्मनाथ सिंह, चचेरे भाई योगेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह भी फुले नहीं समा रहे हैं।
द्रोणाचार्य पुरस्कार से भी गए हैं नवाजे
हरेंद्र सिंह ने अपने करियर के दौरान भारतीय राष्ट्रीय पुरुष और महिला दोनों टीमों को प्रशिक्षित किया है।वर्ष 2012 में द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजे गए हरेंद्र 2017 से 2018 तक सीनियर भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच रहे। इससे पहले वह कुछ समय के लिए भारतीय महिला टीम के कोच भी थे। अमेरिका पुरुष हॉकी टीम के कोच बनाये जाने पर हरेंद्र सिंह ने कहा है कि अमेरिकी पुरुष राष्ट्रीय टीम को कोचिंग का रोमांचक मौका देने के लिए धन्यवाद। जानकारी के मुताबिक,हरेंद्र टीम के साथ अपने कार्यकाल के दौरान अपने परिवार के साथ अमेरिका में ही रहेंगे। वहीं हरेंद्र सिंह का कहना है कि निजी ट्रेनिंग कार्यक्रम तैयार करने से निश्चित तौर पर टीम को मदद मिलेगी जिसमें अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत से विश्व हॉकी की तालिका में बदलाव लाने की क्षमता है।
भारत में कई उपलब्धियां हरेंद्र के नाम
अपने वतन भारत में हरेंद्र सिंह के नाम कई उपलब्धि पहले से ही उनके खाते में है।भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने हरेंद्र के मार्गदर्शन में 2018 में ओमान के मस्कट में एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में स्वर्ण पदक जीता था। उनके मार्गदर्शन में टीम ने भुवनेश्वर में 2018 पुरुष विश्व कप में पांचवां स्थान हासिल किया। पुरुष टीम ने 2018 चैंपियन्स ट्रॉफी में रजत और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी हासिल किया। हरेंद्र के नेतृत्व में भारतीय महिला टीम ने भी 2017 एशिया कप में स्वर्ण पदक जीता। उन्हें राष्ट्रीय जूनियर टीमों के कोचिंग का अनुभव भी हासिल है। उनके मार्गदर्शन में भारत ने 2016 पुरुष जूनियर विश्व कप में स्वर्ण पदक जीता। हरेंद्र को जूनियर और सीनियर स्तर की राष्ट्रीय टीमों को 350 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में कोचिंग का अनुभव है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके मार्गदर्शन में टीमों ने आठ स्वर्ण, पांच रजत और नौ कांस्य पदक जीते।
गांव से लगाव है हरेंद्र को
हॉकी की दुनिया में प्रसिद्धि पाए हरेंद्र सिंह को गांव की मिट्टी से काफी लगाव रहा है। तमाम व्यस्तता के बावजूद हरेंद्र सिंह को पहले जब भी मौका मिलता तो वे गांव जरूर आते हैं। पहले के स्कूली दोस्तों के साथ गांव में पार्टी में भी शरीक होते हैं। बच्चो से लेकर युवाओं तक को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित भी करते हैं। युवा भी उनके सुझावों पर अमल करते हैं।

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