चैत्र नवरात्रि का नौ द्विवसीय पावन अनुष्ठान आज से, तैयारी पूरी

इस बार घोड़े पर आएंगी माता, नर वाहन पर होगी विदाई

कोरोना संक्रमण के बावजूद भक्तों में पूजन को ले उत्साह
छपरा/ गड़खा। नगर प्रतिनधि/ एक संवाददाता
चैत्र नवरात्रि का नौ द्विवसीय पावन पर्व कोरोना के साये में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होगा।इस नवरात्रि माता भक्तों को दर्शन देने के लिए घोड़े में सवार होकर आ रही हैं। इस दौरान नौ दिन तक पूरे विधि विधान के साथ मां दुर्गा की पूजा की जाएगी। इस तिथि से हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2078 भी शुरू होगा।चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना भक्ति भाव से मंगलवार से शुरू होगी। इसको लेकर सोमवार को बाजारों में चहल-पहल रही। नौ दिनों तक भक्तों पर मां की कृपा बरसेगी। शहर के जगदंबिका मंदिर ,भगवान बाजार दुर्गा स्थान, गुदरी दुर्गा स्थान, दहियावां दुर्गा मंदिर ,मानस मंदिर समेत शहर के प्रमुख देवी मंदिरों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के मां अंबिका भवानी, गढ़ देवी सहित अन्य मंदिरों में भी पूजन की तैयारी तेज है। कोरोना संक्रमण के बावजूद मां की अगवानी को भक्तों में उत्साह नजर आ रहा है। बाजार में पूजन सामग्री चुनरी ,नारियल व अन्य सामग्री की बिक्री तेज हो गई है। मंदिरों में रंगाई पुताई का काम पूरा हो चुका है।
माता रानी की रंग बिरंगी चुनरियों से सजा बाजार
त्योहारी सीजन की भी शुरुआत हो चुकी है। इसकी चमक बाजारों से लेकर घरों तक है ।ऐसे में नवरात्रि को लेकर बाजार माता रानी की चुनरियों से सज गए हैं। मां की श्रृंगार की सामग्री के साथ चुनरियों की वैराइटी इस बार खास है। पूजन सामग्री का पैकेट बाजार में उपलब्ध है। इसमें जौ, सुपारी ,सिंदूर, कपूर सूखा नारियल और लौंग है। मां के श्रृंगार अलग के भी समान अलग - अलग दामों में उपलब्ध है। इनकी कीमत 150 रुपये है। लहंगा- चुनरी के साथ- साथ माता को चढ़ाने के लिए कई तरह के फूल माला कई रेंज में उपलब्ध है।मखमल से लेकर जॉर्जट के कपड़ो में लहंगा उपलब्ध है। मोती व कुंदन से जड़ा लहंगा लोगों को काफी पसंद आ रहा है।
माता के विभिन्न स्वरूपों की होगी पूजा
अश्विन नवरात्रि की तरह चैत्र नवरात्रि में भी मां दुर्गा के शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धीदात्री स्वरूप की पूजा की जाती है। नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना करके देवी का आह्वान किया जाता है। इस दिन से नवरात्र नौ दिन के रहेंगे।
पूजा कराने को बाहर से बुलाये जा रहे हैं पंडित
शारदीय नवरात्र की तरह चैत्र नवरात्र में भी मां के भक्तों की संख्या में कोई कमी नहीं है। ऐसे में अब नौ दिन मां दुर्गा सप्तशती का पाठ, बीज मंत्र शहर से गांव तक गूंजेंगे। मां की आराधना के लिए श्रद्धालुओं में भी इंतजाम कर लिया है। सप्तशती पाठ कराने के लिए पंडितों की बुकिंग लगभग पूरी हो चुकी है। शहर के एक पंडित के पास कई श्रद्धालुओं ने बुकिंग कराई है। ऐसे में नवरात्रि में कई जगह पूजा कराने का जिम्मा पूरा करने के लिए पंडित बाहर से अपने नाते रिश्तेदार को बुलाने में लगे हुए हैं। नाते- रिश्तेदार दस दिन तक यहां ठहर कर पूजा -पाठ व हवन में पंडितों का सहयोग करेंगे। शहर के एक प्रसिद्ध ज्योतिष बताते हैं कि कोरोना काल के बावजूद इस बार डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों ने नवरात्र को लेकर उनके यहां बुकिंग कराई है। हमारे पास मात्र तीन पंडित ही रहते हैं । ऐसे में नाते- रिश्तेदारों को बुलाया गया है। इन पंडितों की पूजा की जिम्मेवारी दी गई है। संपूर्ण पाठ और पूजा से संबंधित अन्य कार्य संपन्न कराएंगे।

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