देवी दुर्गा की आस्था के साथ पूजा कर जिले में वासंतिक नवरात्र शुरू

घरों से लेकर देवालयों तक की गयी कलश स्थापना

भक्तों ने उपवास रखकर की मां की आराधना
छपरा। नगर प्रतिनिधि
हिन्दू नव संवत्सर 2078 के साथ ही कलश स्थापना से चैत्र नवरात्र का प्रारंभ मंगलवार से हो गया। पहले दिन मंदिरों में कलश स्थापना कर मां की पूजा शुरू हुई। अभिजीत मुहूर्त में मंदिरों व घरों में पूजन की शुरुआत की गई। कलश स्थापना के साथ ही चैत्र नवरात्र पर श्रद्धालुओं ने उपवास रखकर नौ दिनों का अनुष्ठान शुरू किया। नवरात्र के प्रथम दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा की गई। चैत्र नवरात्रि अनुष्ठान को लेकर श्रद्धालु अपने घरों का साफ-सफाई को लेकर अहले सुबह से ही जुटे थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद भी देवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं थी। जिले के विभिन्न मंदिरों व देवी स्थानों पर मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापना की गई। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी भक्तिमय वातावरण में नवरात्र का पाठ प्रारम्भ किया गया। श्रद्धालु अहले सुबह से ही अपने घरों से निकलकर स्थानीय तालाबों, नदियों, सरोवरों आदि जगहों से कलश में जल भरकर पूजन स्थान तक पहुंचे। लोगों ने नवरात्रि पर उपवास रखकर मां की आराधना की शहर से लेकर गांव तक भक्ति में वातावरण बन गया था। लोगों ने आमी स्थित अंबिका भवानी मन्दिर पर भी जाकर अपने सुखमय जीवन के लिए आशीर्वाद ग्रहण किया। मढ़ौरा के गढ़ देवी मंदिर में भी पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ जुटी। महिलाओं ने पहले दिन उपवास भी रखा। कई श्रद्धालु भक्तों ने पहले दिन से ही केवल फलाहार का व्रत भी शुरू किया। बाजार में भी नवरात्र को लेकर चमक है।

अन्य समाचार