भपटियाही बाजार का नहीं हो सका समुचित विकास

-आयरनयुक्त जल पीने को विवश हैं आज भी यहां लोग

-नाला निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने का व्यापार पर असर
संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल) : सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड 1993 में अस्तित्व में आया। 27 वर्ष के इस सफर के बाद भी प्रखंड मुख्यालय के भपटियाही बाजार का समुचित विकास नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री नल का जल योजना का भी लाभ बाजार के लोगों को ठीक ढंग से नहीं मिल रहा है। एनएच के किनारे अवस्थित इस बाजार के विकास नहीं से स्थानीय व्यवसायी व लोग चितित रहते हैं।
स्थानीय लोग बताते हैं कि बाजार के दोनों तरफ दो वर्ष से नाला का निर्माण हो रहा है जो पूरा नहीं हुआ है। बारिश होते ही दुकानों में पानी घुस जाता है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। इसी तरह दो-दो हाईमास्ट लैंप लगे होने के बाद भी अंधेरा रहता है। रात के समय व्यापारी अंधरे में रहते हैं और ऐसे में यदि हाईमास्ट लैंप जलने लगे तो राहत मिलेगी। लोग कहते हैं कि बाजार में और विश्वनाथ इंटर महाविद्यालय के प्रांगण में जलमीनार है और लोगों को शुद्ध जल नहीं मिल रहा है। लोगों के घर अभी कनेक्शन भी नहीं लग सका है और जहां कनेक्शन लगा भी वहां पानी नहीं निकल रहा। बाजार के लोग आयरन वाला पानी पीने को विवश हैं। बाजार में जिस तरीके से नाला का निर्माण हुआ वह आने वाले समय में ध्वस्त भी हो सकता है। बाजार के विकास के लिए थाना रोड, हॉस्पिटल रोड, स्टेशन रोड का दुरुस्त होना आवश्यक है। हाईवे पर यात्री शेड नहीं रहने से लोग रुकना नहीं चाहते हैं जिससे व्यापार पर असर पड़ता है। लोग बताते हैं कि बाजार के विकास के लिए नेशनल हाईवे के उत्तर कल्याणपुर गांव तक गाइड बांध जरूरी है। गाइड बांध के बनने से सैकड़ों एकड़ जमीन सुरक्षित हो जाएगी और जो लोग बाहर पलायन कर गए वापस आकर रहने लगेंगे। इससे बाजार का फैलाव उत्तर की तरफ भी होगा। लोग कहते हैं कि हॉस्पिटल रोड का हाल यह है कि बारिश होने के साथ ही एक से डेढ़ फीट पानी भर जाता है। हॉस्पिटल रोड बाजार के रोड से नीचे है जिस कारण पूरे बाजार का पानी उसी रोड में जमा हो जाता है। लोगों ने समस्याओं के निदान की मांग की है।
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