चांद देखने के साथ मुबारक महीने की शुरुआत

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नमाज पढ़ी
दोपहर बाद से ही महिलाओं ने शुरू कर दी इफ्तार की तैयारी, सभी ने तरावीह की नमाज घर में पढ़ी
सामूहिक इफ्तार की जगह घरों में इफ्तार पार्टी
सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए किया इफ्तार
फोटो संख्या - 10
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सीवान। हिन्दुस्तान संवाददाता
रमजान के मुबारक महीने की शुरुआत चांद देखने के साथ हो गई है। इसके साथ ही मुस्लिम बाहुल्य इलाके में रमजान को लेकर चहल-पहल बढ़ गई है। दोपहर बाद से ही मुस्लिम बाहुल्य इलाके में इफ्तार की तैयारी बुधवार को महिलाओं ने शुरू कर दी थी। इफ्तार के लिए विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए गए थे। इफ्तार में रोजेदारों के लिए विशेष रूप से खजूर, फल, जलेबी व शर्बत रखे गए थे। हालांकि कोरोना का असर इफ्तार की तैयारियों में भी देखने को मिल रहा था। सेहरी व इफ्तार के बाद रोजेदारों ने सामूहिक नमाज की जगह अपने-अपने घरों में ही रहकर नमाज अदा की। रमजान का पहला रोजा रखने के बाद बुधवार की शाम सामूहिक रूप से इफ्तार नहीं करके रोजेदारों ने परिवार के सदस्यों के साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए की। इधर, कोरोना संक्रमण के कारण रमजान के महीने में गुलजार रहने वाले मस्जिदों में वीरानगी छाई रही। संक्रमण से बचाव व सरकार के गाइड लाइन को देखते हुए मस्जिदों में तरावीह की नमाज नहीं पढ़ी जा रही है। शहर के एमएम कॉलोनी, नया किला, पुराना किला, आसी नगर, शेख मोहल्ला, कागजी मोहल्ला व नवलपुर मोहल्ले में मस्जिदों की जगह घरों में तरावीह की नमाज पढ़ी गई। पांचों वक्त की नमाज भी रोजेदार महिला-पुरुष ने घरों में अदा की।
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पहला रोजा रख लोगों ने खुदा से मांगी दुआ
उत्साह
कोरोना गाइड लाइन का हो रहा पालन
भीषण गर्मी के बावजूद रोजा की खुशी
हसनपुरा। एक संवाददाता
मंगलवार की शाम पाक व बरकत महीना रमजान का चांद दिखते ही लोगों ने बुधवार को पहला रोजा रख खुदा से दुआ मांगी। इससे पहले रोजेदारों में उत्साह दिखा। जहां अहले सुबह बुधवार को तीन बजे उठकर सभी ने सेहरी खाने के बाद फजर की नमाज अदा की। बड़ों के साथ कहीं-कहीं छोटे बच्चों ने भी रोजा रखा। वहीं शाम होने पर रोजेदार अपने अपने घरों पर ही खजूर, फल आदि से इफ्तार किए। इधर अप्रैल माह में तेज पछिया हवा व तपिश के बावजूद रोजेदारों के चेहरों पर रमजान की खुशी झलकती रही। जहां घर पर ही रहकर शाम को इफ्तार के साथ मगरीब की नमाज अदा की। बता दें कि सूरज की तपिश और गर्म हवाओं के बीच रहमत और बरकत के महीने रमजान का आगाज हो चुका है। अभी से ही बढ़ती तपिश रोजेदारों का इम्तेहान ले रही है। बावजूद इस इम्तेहान में हर मुस्लिम रोजेदार अपने खुदा के नेक रास्ते को अमल करते हुए व अपने नफ्स को काबू में रख रोजा रखा। वहीं इस बार के रमजान माह में सरकार द्वारा गाइडलाइन के अनुसार मस्जिदों में चार से पांच लोग ही जाकर अजान व नमाज अदा कर मुल्क की हिफाजत व महामारी से बचने की दुआएं कर रहे हैं। वहीं घर पर औरतें भी रोजे रख कुरान की तिलावत कर रही हैं।

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