स्कंद माता की पूजा से मोक्ष का मार्ग होता सुलभ

साहेबगंज। साहेबगंज के आढ़त बाजार दूर्गा मंदिर में नवरात्र के पांचवें दिन आचार्य निरंजन पाण्डेय ने स्कंद माता की पूजा कराते हुए उनकी महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि नवचेतना का निर्माण करने वाली देवी का नाम स्कन्द माता है। इनकी पूजा नवरात्र के पांचवें दिन होती है। कार्तिकेय अर्थात भगवान स्कन्द की माता होने के कारण इनका नाम स्कन्द माता हुआ। इनके विग्रह में भगवान स्कन्द बाल रूप में इनकी गोद में विराजित हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। ये कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं। इनकी पूजा से मोक्ष का मार्ग सुलभ होता है। मौके पर यजमान कन्हाई प्रसाद, पं. अम्बर पाण्डेय, विनय कुमार, दीनानाथ प्रसाद, राकेश कुमार, सोहन दास, शिवजी प्रसाद, सोहन दास, अशोक कुमार, कृष्ण कुमार, प्रदीप कुमार, नागेन्द्र प्रसाद, टुन्नी प्रसाद, निशांत अग्रहरी आदि मौजूद थे।

अन्य समाचार