नर्स लिख रही है बीमारियों की दवा, डॉक्टर नदारद

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पड़ताल
सदर अस्पताल
कोरोना काल में जान हथेली पर लेकर इलाज कराने अस्पताल आए मरीजों के साथ भी छलावा किया जा रहा है
जानकारी होने पर बीमार महिला की आंखों से छलक पड़े आंसू
मरीज ने कहा ऐसा यहां अक्सर होता है जब डॉक्टर होते हैं गायब
10 बजे से बैठे-बैठे मरीज को साढ़े ग्यारह बजे गए
फोटो-02
कैप्शन- ओपीडी के महिला कक्ष में शनिवार को साढ़े ग्यारह बजे डॉक्टर की खाली पड़ी कुर्सी।
सीवान। निज प्रतिनिधि
सदर अस्पताल में इनदिनों डाक्टर नदारद रह रहे हैं और उनकी जगह नर्स बीमारियों की दवा लिख रही है। यकीन नहीं है तो सदर अस्पताल आइए यहां यह नजारा अक्सर देखने को मिल जाएगा। वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के दौरान जहां लोग घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं। वहीं जान हथेली पर लेकर इलाज कराने अस्पताल आए मरीजों के साथ भी छलावा किया जा रहा है। बड़े अस्पताल व विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में इलाज पाने को लेकर मरीज व तीमारदार रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर घंटों कतार में खड़े रहते हैं। लेकिन, उसके बाद उन्हें डॉक्टर के बजाए यदि नर्स दवा लिखकर बीमारी का उपचार बताए तो उनके दिल पर भला क्या गुजरेगा। शनिवार को सदर अस्पताल के ओपीडी में करीब साढ़े ग्यारह बजे कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। कक्ष के बाहर एक गर्भवती महिला दर्द से कराह रही थी। काफी देर बाद उसकी जब बारी आयी तो कक्ष में उसकी पर्ची पर दवाईयां लिखकर उसे बाहर भेज दिया। इधर जब उसे पता चला कि पर्ची पर जो दवाईयां लिखी गयी हैं वह डॉक्टर ने नहीं बल्कि एक नर्स ने लिखी है तो उसके आंखों से आंसू छलक पड़े और वह रोने लगी।
क्या कहा गर्भवती मरीज ने
सदर प्रखंड के नौआपाली निवासी मनोज गुप्ता की पत्नी नीतू देवी ने बताया कि वह गर्भवती है। पेट में दर्द की शिकायत होने पर वह सदर अस्पताल में किसी महिला डॉक्टर से इलाज कराने आयी थी। इधर सुबह दस बजे से बैठे-बैठे साढ़े ग्यारह बजे गए। जब वह डॉक्टर के कक्ष में पहुंची तो नर्स ने उसकी पर्ची पर दवा लिखकर उसे दवा चलाने की बात बतायी। बाद में मामला बिगड़ते देख नर्स ने डॉक्टर को बुलाया। इधर डॉक्टर ने पर्ची देखने के बाद उसपर अपना हस्ताक्षर कर लिखी दवाएं बेहतर बतायीं। कुछ ऐसा ही हाल सदर प्रखंड निवासी सत्येंद्र गुप्ता की पत्नी रंजीता के साथ भी हुआ।
क्या कहना था डॉक्टर का
सदर अस्पताल स्थित ओपीडी में शनिवार को महिला डॉक्टर रूबीना की ड्यूटी थी। इस घटना के कुछ देर बाद मौके पर पहुंची डॉक्टर ने बताया कि सुबह से ही वह ड्यूटी पर तैनात हैं और कुछ देर के लिए ही कक्ष से निकली थीं।

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