गोदाम में अनाज पहुंचने से पहले लाभुकों के घर पहुंच जा रहा ई-पॉस मशीन

-लाभुकों को झांसा देकर लिया जा रहा अंगूठा

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): लोगों को अनुदानित दर पर राशन-किरासन उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा संचालित जनवितरण व्यवस्था प्रखंड में पटरी से नीचे उतर चुकी है। प्रखंड के एक लाख से अधिक आबादी के लिए 60 जनवितरण दुकान चल रही है जहां से लोगों को सरकारी दर पर गेहूं, चावल और किरासन की आपूर्ति की जाती है। बीते कुछ माह से कई जनवितरण विक्रेताओं की मनमानी चर्चा में आती रही है। लाभुकों के शिकायत के बाद भी विभागीय स्तर से संबंधित विक्रेताओं के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होने से ऐसे विक्रेताओं का हौसला और बुलंद हो चुका है। हालात यह है कि किशनपुर स्थित गोदाम से राशन विक्रेता के गोदाम में पहुंचने से पहले ही लाभुकों के घर ई-पॉस मशीन घूमने लगता है। ई-पॉस मशीन को खासकर रात के समय लाभुकों के घर ले जाकर उसे अंगूठा ले लिया जाता है और फिर उसमें से अधिकांश लोगों को राशन-किरासन नहीं दिया जाता है।

------------------------------------
झांसा देकर ले लिया जाता है ई-पॉस मशीन पर अंगूठा
प्रखंड के शाहपुर-पृथ्वीपट्टी पंचायत में बीते नवंबर माह से ही कुछ विक्रेता द्वारा अपने क्षेत्र से दूर के लाभुकों से झांसा देकर ई-पॉस मशीन पर अंगूठा ले लेना तथा उसे अनाज नहीं देने का मामला सामने आता रहा है। अप्रैल माह में भी यही कहानी एक बार फिर सामने आई है जिसमें वार्ड नंबर 4 के कई लाभुकों का ई-पॉस मशीन पर अंगूठा ले लेने तथा अनाज नहीं देने का मामला है। शुक्रवार को वार्ड नंबर 4 के लाभुक भोगीलाल मंडल, योगेंद्र मंडल, वर्मी मंडल, गंगाराम मंडल आदि ने बताया कि वह सब वार्ड नंबर चार के निवासी हैं। विक्रेता का घर 6 किलोमीटर पूरब रामनगर गांव में है। उनके द्वारा वार्ड के अधिकांश लाभुकों का मशीन से पर्ची निकाल लिया गया जिसकी जानकारी उन लोगों को बाद में मिली। जब वह सब अपने विक्रेता रामविलास पौद्दार के पास पहुंचे तब पता चला कि उन सब का अनाज अन्य विक्रेता द्वारा निकाल लिया गया।
वहीं वार्ड नंबर आठ के कई लोगों का कहना है कि कुछ लोग उनके वार्ड में आकर कई लोगों का पर्ची निकाल कर चले गए और अनाज भी नहीं दिए। बताया कि परिवार में कम से कम पांच से छह सदस्य रहते हैं। विक्रेता किस सदस्य से कब मशीन पर अंगूठा ले लेते यह पता नहीं चलता है।
----------------------------------
कम राशन देकर पैसे ले रहे अधिक
प्रखंड के लौकहा, शाहपुर सहित कुछ अन्य गांव के लाभुकों ने बताया कि विक्रेता द्वारा एक तो राशन कम दिया जाता है और दूसरा यह कि पैसे भी अधिक ले लेते हैं। शिकायत करने पर कहा जाता है कि उन सबों की कहानी ऊपर तक के अधिकारियों को मालूम है इसलिए कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकते। लाभुकों का कहना है कि उन सबों को दो तरफ से शोषण का शिकार होना पड़ता है।
-----------------------------------
जगह-जगह खुला है अनाज खरीद केंद्र
नेशनल हाईवे पर सरायगढ़ गांव समीप तथा भपटियाही के मछली बाजार के समीप अनाज खरीद बिक्री के आड़ में कुछ लोग सरकारी चावल और गेहूं का भारी पैमाने पर खरीदारी करते हैं। कहते हैं कि सरकारी चावल खरीदने के लिए दुकानदारों के पास कोई लाइसेंस नहीं होता है। अनाज खरीद बिक्री के लिए लिए गए लाइसेंस की आड़ में ऐसे लोग गरीबों के अनाज की हेराफेरी करते रहते हैं। कुछ वर्ष पूर्व छापेमारी के दौरान भपटियाही बाजार के आसपास सरकारी चावल जप्त किए गए थे। पिछले चुनाव के समय भी पुलिस ने अरवा चावल लदा ट्रक पकड़ा था। लेकिन उसके बाद से विभागीय स्तर से जांच नहीं होने के कारण अब कई जगहों पर सरकारी अनाज के खरीदार बढ़ते जा रहे हैं।
---------------------------------
कहते हैं विक्रेता
लाभुकों के शिकायत के बाबत जनवितरण विक्रेता रामविलास पौदर ने बताया कि उनके पोषक क्षेत्र के लोगों का ई-पॉस मशीन से अन्य विक्रेता द्वारा पर्ची निकालने को लेकर लिखित शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी तथा प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को की गई है। बताया कि ऐसा बार-बार किया जा रहा है जिससे लाभुकों के साथ-साथ उनको भी परेशानी होती है।
--------------------------
बोले प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी
जनवितरण व्यवस्था में उपरोक्त गड़बड़ियों को लेकर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी रामानंद द्विवेदी से शुक्रवार को उनके मोबाइल पर संपर्क किया। उन्होंने कहा कि शाहपुर के कुछ दुकानदारों को पहले भी हिदायत दी गई है। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि लोगों को अपने नजदीकी विक्रेता के यहां से राशन किरासन लेना है। जो भी विक्रेता दूसरे जगह जाकर ई पॉस मशीन से पर्ची निकाल ले रहे हैं यह विभागीय आदेश के खिलाफ है। ऐसे विक्रेता के ऊपर कार्रवाई होगी।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप

अन्य समाचार