कुंभ से लौटने वालों की गुजरात में सीधे प्रवेश नहीं, पहले कराना होगा RT-PCR टेस्ट

गुजरात में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि कुंभ मेले से वापस आने वाले लोगों को गुजरात में सीधे प्रवेश नहीं मिलेगा. कुंभ से आने वाले सभी लोगों को अनिवार्य रूप से आइसोलेट होना होगा. इतना ही नहीं कुंभ से आने वाले लोगों को कोरोना टेस्ट भी करवाना जरूरी होगा.

यह निर्णय इसलिए लिया गया है कि कुंभ मेला से आने वाले लोग कोरोना के सुपर स्प्रेडर ना बन जाएं. सीएम रूपाणी ने कहा कि कुंभ मेले से लौटे लोगों को लेकर गुजरात के सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिया गया है. जिसमें कहा गया कि कुंभ मेले से लौटेने वालों का अनिवार्य रूप से RT-PCR टेस्ट किया जाए और उन्हें कुछ दिन होम आइसोलेशन में रहने का निर्देश दिया जाए.
जिनमें कोरोना के लक्षण पाए जाए उन्हें फौरन अलग जगह में रखा जाएगा. कुंभ जाने वाले तमाम लोगों को वापसी में सीधे गांव में एंट्री नहीं मिलेगी. उससे पहले यात्रियों को जिला कलेक्टर के निर्देशों का पालन करना होगा. साथ ही सात दिन के लिए क्वारंटाइन में रहना.ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वापस आने वाला कोई यात्री सुपर स्प्रेडर ना बन जाएं.
सूरत से 300 से अधिक लोग कुंभ गए
बता दें कि हरिद्वार कुंभ मेला 2021 के शाही स्नानों में भारी भीड़ उमड़ने के बाद से उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार बेहद तेजी से बढ़ी है. कुंभ में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों से लेकर अखाड़ों के संतों और कई श्रद्धालु भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. इतना ही नहीं कई लोगों की कोरोना से मौत भी हो चुकी है. कुंभ से लौटने वालों कई लोगों में भी कोरोना के लक्षण पाए गए हैं.
गुजरात के सूरत से हर साल हजारों लोग कुंभ मेले में जाते हैं. कोरोना महामारी के बीच सूरत के 300 से अधिक लोग कुंभ मेले में शामिल होने गए थे. जिसमें 13 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
इस बीच कुंभ में कोरोना के खतरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साधु-संतों से अपील की है कि वह इस साल अब कुंभ मेला और स्नान को प्रतीकात्मक रखें. प्रधानमंत्री की इस अपील को जूना अखाड़े ने मान लिया है.
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