मां कात्यायनी की पूजा से होती है धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति

साहेबगंज। हिसं

साहेबगंज स्थित आढ़त बाजार में चैत्र नवरात्र के छठे दिन रविवार को आचार्य निरंजन पाण्डेय ने मां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी की पूजा कराई। माता कात्यायनी का वर्णन करते हुए आचार्य ने कहा कि कात्य गोत्र में महर्षि कात्यायन ऋषि ने भगवती की उपासना की। उनकी इच्छा थी कि भगवती जगदम्बा उसके घर पुत्री रूप में प्राप्त हो। कात्यायन ऋषि की पुत्री होने के कारण इनका नाम कात्यायनी हुआ। इनकी उपासना से भक्तों को आसानी से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। रोग, शोक, संताप, भय तथा सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। मौके पर यजमान कन्हाई प्रसाद पं. अम्बर पाण्डेय, विनय कुमार, अशोक कुमार, दीनानाथ प्रसाद, सोहन दास, शिव जी प्रसाद थे।

अन्य समाचार