आवश्यक: आंगन में भगवान भास्कर को दिया अ‌र्घ्य

संवाद सूत्र अररिया: सूर्योपासना के चार दिवसीय अनुष्ठान के तहत रविवार की संध्या लोगों ने भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य दिया। वहीं सोमवार को सुबह उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही महापर्व समाप्त हो जाएगा। हालांकि चैती छठ काफी कम लोग करते हैं। लेकिन अररिया में लगभग एक दर्जन घरों में चैती छठ पर्व का आयोजन किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण भीड़-भाड़ से हटकर लोगों ने घरों में ही हौज बनाकर भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया। विदित हो कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि से लेकर सातवीं तिथि तक व्यापक पैमाने से लोकआस्था का पर्व छठ मनाई जाती है। जबकि चैत माह में चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक चैती छठ का आयोजन किया जाता है। देश में कोरोना संकट के मद्देनजर इस वर्ष लोगों ने सार्वजनिक जलाशय में ना जाकर अपने अपने घरों के आंगन में ही कृत्रिम तालाब का निर्माण कर भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य देने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन का कठोरता से पालन करते हुए श्रद्धालुओं द्वारा इस वर्ष भी चैती छठ का अनुष्ठान बहुत ही श्रद्धा के साथ किया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में लोगों ने छठी मैया एवं भगवान भास्कर से इस संकट को दूर करने की कामना की है। छठ व्रती तुलसी कुमारी, मोनी कुमारी, माला देवी मंजू देवी आदि ने बताया कि भगवान भास्कर ही इस महामारी से हमलोगों को बचाएंगे। वहीं अ‌र्घ्य देने वालों रविदर यादव, अनिल राय,आदित्य कुमार,सलोनी कुमारी,आयुष आनंद कुमा, रीना देवी,बबीता देवी,सोनी देवी,चार्ली कुमारी, कंचन देवी,प्रमिला देवी, रामानंद यादव, गौरव यादव,गोलू कुमार प्रवीण कुमार, प्रवीण यादव, सचिन सिंह,गौरव कुमार,रवि मोनू आदि लोग मौजूद थे।

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